AIN NEWS 1: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 78वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर दो महत्वपूर्ण रिकॉर्ड अपने नाम किए हैं। उन्होंने लगातार आठवीं बार विधानभवन के सामने ध्वजारोहण किया और स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद सबसे लंबे समय तक मुख्यमंत्री बने रहने का रिकॉर्ड भी अपने नाम दर्ज करवा लिया है।
योगी आदित्यनाथ के रिकॉर्ड
1. आठ बार स्वतंत्रता दिवस पर ध्वजारोहण : योगी आदित्यनाथ लगातार आठवीं बार स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर ध्वजारोहण करने वाले पहले मुख्यमंत्री बन गए हैं। यह उनकी कार्यकुशलता और प्रदेशवासियों का अटूट विश्वास को दर्शाता है।
2. सबसे लंबे समय तक मुख्यमंत्री रहने का रिकॉर्ड: स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद सबसे लंबे समय तक मुख्यमंत्री बने रहने का रिकॉर्ड भी योगी आदित्यनाथ के नाम है। इससे पहले पं. गोविंद वल्लभ पंत ने 8 साल 127 दिन तक मुख्यमंत्री पद का कार्यकाल पूरा किया था। योगी आदित्यनाथ ने अब तक 7 साल 138 दिन का कार्यकाल पूरा किया है, और उनकी कार्यकाल की अवधि लगातार बढ़ती जा रही है।
स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद यूपी के मुख्यमंत्री और उनका कार्यकाल
1. पं. गोविंद वल्लभ पंत – 8 वर्ष 127 दिन (स्वतंत्रता प्राप्ति और उत्तर प्रदेश के गठन से पहले)
2. योगी आदित्यनाथ – 7 वर्ष 138 दिन (दूसरा कार्यकाल)
3. मायावती – 7 वर्ष 16 दिन (चार कार्यकाल)
4. मुलायम सिंह यादव – 6 वर्ष 274 दिन (तीन कार्यकाल)
5. डा. संपूर्णानंद – 5 वर्ष 345 दिन (दो कार्यकाल)
6. अखिलेश यादव – 5 वर्ष 4 दिन (एक कार्यकाल)
7. नारायण दत्त तिवारी – 3 वर्ष 314 दिन (चार कार्यकाल)
8. चंद्रभान गुप्ता – 3 वर्ष 311 दिन (चार कार्यकाल)
9. कल्याण सिंह – 2 वर्ष 217 दिन (दो कार्यकाल)
10. सुचेता कृपलानी – 3 वर्ष 163 दिन (एक कार्यकाल)
11. वीर बहादुर सिंह – 2 वर्ष 275 दिन (एक कार्यकाल)
12. पं. कमलापति त्रिपाठी – 2 वर्ष 70 दिन
13. विश्वनाथ प्रताप सिंह – 2 वर्ष 40 दिन
14. हेमवती नंदन बहुगुणा – 2 वर्ष 22 दिन (दो कार्यकाल)
15. श्रीपति मिश्र – 2 वर्ष 15 दिन
16. रामनरेश यादव – 1 वर्ष 250 दिन
17. चौधरी चरण सिंह – 1 वर्ष 188 दिन (दो कार्यकाल)
18. राजनाथ सिंह – 1 वर्ष 131 दिन
19. बाबू बनारसी दास – 354 दिन
20. रामप्रकाश गुप्ता – 351 दिन
21. त्रिभुवन नारायण सिंह – 168 दिन
इस उपलब्धि की घोषणा योगी आदित्यनाथ के ऑफिस द्वारा सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर की गई है। पोस्ट में कहा गया है कि यह ऐतिहासिक उपलब्धि उत्तर प्रदेश के विकास और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के प्रति प्रदेशवासियों के अटूट विश्वास को दर्शाती है।