AIN NEWS 1: राज्यसभा के 12 सीटों पर उपचुनाव: 3 सितंबर को होगा चुनाव 2024 के राज्यसभा उपचुनाव 3 सितंबर को 9 राज्यों की 12 सीटों के लिए आयोजित होंगे। इन उपचुनावों का महत्व बीजेपी और कांग्रेस दोनों के लिए बेहद बड़ा है, क्योंकि राज्यसभा में बहुमत को लेकर मौजूदा स्थिति काफी जटिल है। यह उपचुनाव इन दोनों प्रमुख दलों के लिए निर्णायक साबित हो सकते हैं, जिससे पूरे सियासी परिदृश्य में बदलाव आ सकता है।
खाली सीटें और कारण
राज्यसभा की ये 12 सीटें विभिन्न कारणों से खाली हुई हैं:
– महाराष्ट्र: 2 सीटें
– बिहार: 2 सीटें
– असम: 2 सीटें
– त्रिपुरा: 1 सीट
– हरियाणा: 1 सीट
– राजस्थान: 1 सीट
– मध्य प्रदेश: 1 सीट
– ओडिशा: 1 सीट
– तेलंगाना: 1 सीट
इनमें से 10 सीटें उच्च सदन के सदस्यों के लोकसभा चुनाव में जीतने के बाद खाली हुईं। वहीं, तेलंगाना और ओडिशा से एक-एक सदस्य ने अपनी पार्टी से इस्तीफा देकर दूसरी पार्टी जॉइन की, जिसके चलते इन सीटों पर उपचुनाव हो रहे हैं।
राज्यसभा में मौजूदा स्थिति
राज्यसभा में फिलहाल बीजेपी के पास 86 सीटें हैं, जबकि NDA (राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन) के पास 101 सीटें हैं। कुल 245 सदस्यों वाली राज्यसभा में वर्तमान में 226 सदस्य हैं। बहुमत के लिए 114 सीटों की आवश्यकता है, और NDA को अभी 13 सीटें कम हैं।
उपचुनाव के परिणामों से संभावित असर
यदि बीजेपी इन 12 सीटों में से सभी पर जीत हासिल कर लेती है, तो वह बहुमत के करीब पहुंच जाएगी। इसके विपरीत, अगर कांग्रेस 5-6 सीटों पर जीत जाती है, तो यह बीजेपी को गठबंधन से दूर कर सकती है। इससे बीजेपी की केंद्र सरकार के लिए राज्यसभा में बिल पास कराना मुश्किल हो जाएगा।
पिछली स्थिति और भविष्य के पूर्वानुमान
– महाराष्ट्र : यहाँ की दोनों सीटें बीजेपी के पास थीं। मौजूदा स्थिति में बीजेपी के मजबूत होने की उम्मीद है।
– बिहार : एक सीट बीजेपी के पास और एक आरजेडी के पास थी। इस बार भी कड़ा मुकाबला होने की संभावना है।
– असम: बीजेपी की दोनों सीटों पर पिछली बार जीत हुई थी। इस बार भी बीजेपी की स्थिति मजबूत मानी जा रही है।
– त्रिपुरा: बीजेपी यहां मजबूत स्थिति में है और जीत की उम्मीद है।
– हरियाणा: यहाँ के उपचुनाव में सबसे कठिन मुकाबला माना जा रहा है। बीजेपी और विपक्षी दलों के बीच कांटे की टक्कर हो सकती है।
– राजस्थान: बीजेपी यहां मजबूत स्थिति में है और जीत की संभावना है।
- – मध्य प्रदेश: बीजेपी ने पहले भी अच्छा प्रदर्शन किया है और इस बार भी जीत की उम्मीद है।
– ओडिशा : बीजेपी के पास अच्छा समर्थन है, जिससे जीत की संभावनाएं प्रबल हैं।
– तेलंगाना : कांग्रेस को यहां बढ़त मिल सकती है, विशेषकर रेवंत रेड्डी के नेतृत्व में।
कुल मिलाकर
राज्यसभा के इन उपचुनावों का परिणाम न केवल इन राज्यों की राजनीतिक दिशा को प्रभावित करेगा, बल्कि यह भी तय करेगा कि किस दल को राज्यसभा में बहुमत प्राप्त होगा। बीजेपी और कांग्रेस दोनों ही इस चुनाव को अपनी सियासी भविष्यवाणी और ताकत के प्रदर्शन के रूप में देख रहे हैं। इन उपचुनावों से निकलने वाले परिणाम राजनीतिक समीकरणों में बड़ा बदलाव ला सकते हैं और आगामी लोकसभा चुनाव की रणनीतियों को प्रभावित कर सकते हैं।