AIN NEWS 1: भारत में अब तक की सबसे बड़ी इनकम टैक्स रेड हाल ही में ओडिशा में आयोजित की गई थी। इस रेड में 352 करोड़ रुपये की नकदी जब्त की गई, जो देश में किसी एक ही अभियान में सबसे बड़ी जब्ती मानी जाती है। यह छापेमारी पिछले साल दिसंबर में एक डिस्टिलरी समूह के खिलाफ की गई थी और इसमें आयकर विभाग ने 10 दिनों तक लगातार काम किया।
छापेमारी का विवरण
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने हाल ही में इस रेड को अंजाम देने वाली आयकर टीम को सम्मानित किया। भुवनेश्वर में आयोजित एक समारोह में, वित्त मंत्री ने आयकर विभाग के प्रमुख निदेशक एस के झा और अतिरिक्त निदेशक गुरप्रीत सिंह के नेतृत्व वाली टीम को ‘सीबीडीटी उत्कृष्टता प्रमाणपत्र’ से नवाजा।
इस छापेमारी के दौरान, आयकर विभाग ने 352 करोड़ रुपये की नकदी जब्त की, जो अब तक की सबसे बड़ी नकदी जब्ती मानी जाती है। छापेमारी 6 दिसंबर 2023 को शुरू हुई और 10 दिन तक चली। इस कार्रवाई के दौरान, टीम ने स्कैनिंग व्हील वाली मशीनों का उपयोग किया, जिससे जमीन के नीचे दबे कीमती सामान की जांच की जा सकी। इसके साथ ही, तीन दर्जन नोट गिनने वाली मशीनें भी मंगवाई गईं, ताकि बड़ी मात्रा में नकदी को जल्दी से गिना जा सके।
रेड की तैयारियां और प्रबंधन
रेड की तैयारी के लिए आयकर विभाग ने विभिन्न बैंकों और उनके कर्मचारियों की मदद ली। इस तरह की विस्तृत तैयारी और समर्पण ने सुनिश्चित किया कि इस अभियान में किसी भी महत्वपूर्ण जानकारी या सामग्री को छूट न मिले। इस रेड के दौरान, आयकर विभाग ने महत्वपूर्ण खुफिया जानकारी के आधार पर कई परिसरों पर छापे मारे, जो कि एक अत्यधिक सटीक और योजनाबद्ध कार्रवाई थी।
भविष्य की योजनाएं
वर्तमान में, आयकर विभाग ने 5000 से अधिक मामलों पर नजर रखने की योजना बनाई है। इन मामलों से 4.3 लाख करोड़ रुपये की रिकवरी की उम्मीद है। विभाग ने इस दिशा में तैयारी पूरी कर ली है और अधिकारियों को इन मामलों पर निगरानी रखने के लिए निर्देशित किया है।
निष्कर्ष
यह छापेमारी भारतीय आयकर विभाग की क्षमता और समर्पण को दर्शाती है। इसने न केवल बड़ी मात्रा में नकदी की जब्ती की बल्कि आयकर विभाग के कामकाज में पारदर्शिता और ईमानदारी की पुष्टि भी की। भविष्य में, ऐसी ही अधिक प्रभावशाली कार्रवाइयों की उम्मीद की जा सकती है जो भ्रष्टाचार और टैक्स चोरी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की दिशा में महत्वपूर्ण कदम होंगी।