AIN NEWS 1 पटना, 24 अगस्त 2024 – पटना में एक प्रेस वार्ता के दौरान महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी जी ने बांग्लादेश में हिन्दुओं के साथ हुए भीषण नरसंहार की कड़ी निंदा की और भारत में इसके संभावित प्रभाव को लेकर चिंता व्यक्त की।
महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी जी बिहार की राजधानी पटना में विश्व धर्म संसद के आयोजन के लिए भिक्षा मांगने पहुंचे हैं। उन्होंने इस मौके पर बांग्लादेश में हिन्दुओं पर हो रहे हमलों को गंभीर चिंता का विषय बताते हुए कहा कि ऐसी घटनाएं भारत में भी हो सकती हैं। उनका कहना था कि आज सनातन धर्म को पुष्यमित्र शुंग जैसे नेताओं और आचार्य चाणक्य जैसे धर्मगुरुओं की जरूरत है।
विश्व धर्म संसद का आह्वान
महामंडलेश्वर ने अपने शिष्यों के साथ पटना के महावीर मंदिर में बजरंगबली हनुमान जी की पूजा की और इस्लामिक जिहाद के समूल विनाश की कामना की। उन्होंने 17 से 21 दिसंबर 2024 तक गाजियाबाद में होने वाली 5 दिवसीय विश्व धर्म संसद की जानकारी दी। यह आयोजन यति नरसिंहानंद सरस्वती फाउंडेशन और अन्य संस्थाओं के सहयोग से किया जाएगा।
इस विश्व धर्म संसद का उद्देश्य इस्लामिक जिहाद की अवधारणा को समझाना और इसका समाधान ढूंढ़ना है। महामंडलेश्वर ने कहा कि इस्लामिक जिहाद केवल एक विशेष समुदाय या देश की समस्या नहीं है, बल्कि यह पूरे विश्व के गैर-मुस्लिमों की समस्या है।
प्रेस वार्ता की मुख्य बातें
प्रेस वार्ता में यति सत्यदेवानंद सरस्वती ने भी इस्लामिक जिहाद की विभीषिका को समझने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा कि हिन्दू समाज इसके सबसे बड़े शिकार रहे हैं और अब समय आ गया है कि हम अपनी पीड़ा को विश्व के सामने रखें और संघर्ष के लिए तैयार हों।
माधव लाल कश्यप ने भी हिन्दुओं से अपील की कि वे अपने मतभेद भुलाकर धर्म की रक्षा के लिए एकजुट हों और इस्लामिक जिहाद के खिलाफ संघर्ष करें।
विश्व धर्म संसद का समर्थन
प्रेस वार्ता में उपस्थित सभी गणमान्य व्यक्तियों ने विश्व धर्म संसद के आयोजन और उसके उद्देश्यों का समर्थन करने का संकल्प लिया।
महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी जी ने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल की चुनावी सभाओं में इस्लामिक जिहाद की बात की है, जो दर्शाता है कि स्थिति गंभीर है। उनका कहना था कि इस्लामिक जिहाद पर विश्व स्तर पर ध्यान देने की जरूरत है और इसके समाधान के लिए व्यापक प्रयास किए जाने चाहिए।
निष्कर्ष
महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी जी की प्रेस वार्ता ने बांग्लादेश में हिन्दुओं के खिलाफ हिंसा और इस्लामिक जिहाद के खतरे को उजागर किया। विश्व धर्म संसद के माध्यम से वे इस मुद्दे पर जागरूकता फैलाने और समाधान खोजने की दिशा में काम कर रहे हैं।