Pahalgam Attack: Only Hindus Targeted, Professor Spared After Reciting Kalma – Shashi Tharoor
शशि थरूर का बड़ा बयान: “पहलगाम हमले में सिर्फ हिंदू मारे गए, एक प्रोफेसर को कलमा पढ़ने पर छोड़ा गया”
AIN NEWS 1: कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने अमेरिका में एक कार्यक्रम के दौरान एक चौंकाने वाला बयान दिया है। उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए हालिया आतंकी हमले में केवल हिंदुओं को ही निशाना बनाया गया। इसके साथ ही उन्होंने यह भी दावा किया कि एक प्रोफेसर को इसलिए छोड़ दिया गया क्योंकि उसने “कलमा” पढ़ा था।
क्या कहा शशि थरूर ने?
अमेरिका के एक विश्वविद्यालय में बोलते हुए शशि थरूर ने कहा कि, “हम देख रहे हैं कि जम्मू-कश्मीर में सांप्रदायिक सोच के साथ हमले हो रहे हैं। हाल ही में पहलगाम में जो हमला हुआ, उसमें केवल हिंदू मारे गए। वहीं, एक मुस्लिम प्रोफेसर को आतंकी इसलिए छोड़कर चले गए क्योंकि उसने कलमा पढ़ा था। इससे साफ होता है कि हमला धार्मिक पहचान के आधार पर किया गया था।”
कलमा पढ़ने से मिली जान:
शशि थरूर के अनुसार, आतंकी पहले उस प्रोफेसर को भी मारने जा रहे थे, लेकिन जब उन्होंने “ला इलाहा इल्लल्लाह…” (कलमा) पढ़ा, तब आतंकियों ने उनकी धार्मिक पहचान पहचानी और उन्हें छोड़ दिया।
धार्मिक पहचान पर आधारित हमला?
थरूर का बयान ऐसे समय आया है जब देश पहले से ही पहलगाम हमले को लेकर आक्रोशित है। उनके इस दावे से यह सवाल उठ रहा है कि क्या आतंकियों ने पहले से ही धार्मिक पहचान के आधार पर हमला करने की योजना बनाई थी?
राजनीतिक प्रतिक्रिया:
थरूर के इस बयान के बाद भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और कई अन्य राजनीतिक दलों ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। भाजपा नेताओं ने कहा कि शशि थरूर को इस संवेदनशील मुद्दे पर ऐसी बयानबाजी से बचना चाहिए। वहीं, कुछ विपक्षी नेता उनके बयान को गंभीरता से लेते हुए इसकी जांच की मांग कर रहे हैं।
सरकार की प्रतिक्रिया:
सरकारी एजेंसियों और जम्मू-कश्मीर पुलिस ने अभी तक थरूर के दावे की पुष्टि नहीं की है। जांच एजेंसियां इस एंगल पर भी ध्यान दे रही हैं कि क्या हमला वाकई धार्मिक पहचान के आधार पर किया गया था।
सोशल मीडिया पर बहस:
थरूर के बयान के बाद सोशल मीडिया पर भी बहस छिड़ गई है। कुछ लोग उनके बयान को सच मानते हुए आतंकियों की मानसिकता को उजागर करने वाला बता रहे हैं, तो कुछ इसे राजनीतिक बयानबाजी करार दे रहे हैं।
पहलगाम हमला – एक झलक:
हाल ही में पहलगाम में हुआ आतंकी हमला बेहद भीषण था, जिसमें कई निर्दोष लोगों की जान चली गई। अब तक की रिपोर्ट के अनुसार, हमला सुनियोजित था और हमलावरों ने वाहन रोक-रोककर लोगों की पहचान की थी।
क्या यह लक्षित हत्या थी?
शशि थरूर के बयान से यह सवाल और मजबूत हो गया है कि क्या यह हमला सिर्फ एक धर्म विशेष के लोगों को मारने के उद्देश्य से किया गया था? अगर ऐसा है, तो यह आतंकवाद का एक नया, खतरनाक चेहरा है।
शशि थरूर का बयान निश्चित रूप से गंभीर है और यदि इसमें सच्चाई है, तो यह न केवल राष्ट्रीय सुरक्षा बल्कि सामाजिक सौहार्द के लिए भी खतरे की घंटी है। सरकार को इस पूरे मामले की निष्पक्ष जांच करानी चाहिए और सच को सामने लाना चाहिए, ताकि देश में विश्वास और एकता बनी रहे।
In a controversial statement made during his visit to the United States, Congress MP Shashi Tharoor said that only Hindus were targeted and killed in the recent Pahalgam terror attack in Jammu & Kashmir. He further claimed that a Muslim professor was spared after he recited the Kalma, hinting at religious motivation behind the killings. This has intensified the national debate on targeted killings, religious extremism, and Kashmir terror activities, bringing global attention to the Pahalgam attack.