AIN NEWS 1: उत्तर प्रदेश सरकार ने चार साल के लंबे अंतराल के बाद राज्य महिला आयोग का पुनर्गठन कर दिया है। इस नए गठन में बबीता चौहान को महिला आयोग का अध्यक्ष, मुलायम सिंह यादव की बहू अपर्णा यादव को उपाध्यक्ष और गोरखपुर की पूर्व मेयर मंजू चौधरी की बहू चारू चौधरी को उपाध्यक्ष नियुक्त किया गया है।
महिला आयोग के नए सदस्य
महिला आयोग के नए गठन की अधिसूचना 3 सितम्बर 2024 को जारी की गई है, जिसमें कुल 25 सदस्यों की नियुक्ति की गई है। इस समिति में विभिन्न क्षेत्रों से प्रतिनिधि शामिल हैं:
1. बबीता चौहान – आगरा की जिला पंचायत सदस्य और महिला मोर्चा की प्रदेश उपाध्यक्ष, जो ब्रज क्षेत्र में महिला मोर्चा की अध्यक्ष रह चुकी हैं।
2. अपर्णा यादव – मुलायम सिंह यादव की छोटी बहू, जिन्होंने विधानसभा चुनाव 2022 से पहले भाजपा में शामिल होकर एक प्रमुख महिला चेहरा बनने की कोशिश की थी।
3. चारू चौधरी- गोरखपुर की पूर्व मेयर मंजू चौधरी की बहू, जिन्हें उपाध्यक्ष के रूप में नियुक्त किया गया है।
4. डॉ. प्रियंका मौर्य – कांग्रेस की ‘लड़की हूं लड़ सकती हूं’ पोस्टर गर्ल, जिन्होंने विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा में शामिल होकर महिला आयोग का सदस्य बनने का अवसर प्राप्त किया है।
नए सदस्यों की सूची
निम्नलिखित सदस्यों को एक वर्ष की अवधि के लिए या राज्य सरकार के प्रसाद पर्यन्त तक महिला आयोग में नियुक्त किया गया है:
1. श्रीमती हिमानी अग्रवाल, मेरठ
2. श्रीमती सुनीता श्रीवास्तव, बलिया
3. श्रीमती अंजू प्रजापति, लखनऊ
4. श्रीमती पूनम द्विवेदी, कानपुर
5. श्रीमती अनीता गुप्ता, कानपुर
6. श्रीमती अनुपमा सिंह लोधी, झाँसी
7. श्रीमती सुजीता कुमारी, लखीमपुर खीरी
8. श्रीमती मीना कुमारी, अलीगढ़
9. श्रीमती नीलम प्रभात, मीरजापुर
10. श्रीमती गीता बिन्द, जौनपुर
11. श्रीमती गीता विश्वकर्मा, प्रयागराज
12. श्रीमती पुष्पा पाण्डेय, बरेली
13. डॉ. प्रियंका मौर्य, लखनऊ
14. श्रीमती मीनाक्षी भराला, मेरठ
15. श्रीमती ऋतु शाही, लखनऊ
16. श्रीमती सुनीता सैनी, रामपुर
17. श्रीमती एकता सिंह, लखनऊ
18. श्रीमती अर्चना पटेल, ललितपुर
19. श्रीमती जनक नंदिनी, सन्तकबीर नगर
20. श्रीमती प्रतिभा कुशवाह, कौशाम्बी
21. श्रीमती रेणु गौर, कासगंज
22. श्रीमती मनीषा अहलावत, मेरठ
23. श्रीमती अवनी सिंह, बिजनौर
24. श्रीमती सपना कश्यप, सहारनपुर
25. श्रीमती संगीता जैन, बिजनौर
इस नए गठन के माध्यम से महिला आयोग को नई दिशा और ऊर्जा मिलेगी, जिससे विभिन्न सामाजिक और कानूनी मुद्दों पर प्रभावी काम किया जा सकेगा।