AIN NEWS 1: कर्नाटका सरकार ने हाल ही में उस प्रिंसिपल को “सर्वश्रेष्ठ प्रिंसिपल पुरस्कार” देने का निर्णय स्थगित कर दिया है, जिन पर हिजाब पर प्रतिबंध लगाने का आरोप है। राज्य के प्राथमिक और माध्यमिक शिक्षा मंत्री, मधु बंगरप्पा ने इस मामले में स्पष्टीकरण देते हुए कहा कि समिति ने इस मुद्दे की अनदेखी की है।
#WATCH | On Karnataka government puts on hold the best principal award announced to honour the principal who allegedly banned hijab, Karnataka Primary and Secondary Education Minister Madhu Bangarappa says, "…This particular issue, I think they (the committee) have overlooked… pic.twitter.com/W10byyVKfC
— ANI (@ANI) September 5, 2024
मंत्री बंगरप्पा ने कहा, “जब हमें कल पता चला कि इस मुद्दे पर कोई समस्या है, तो हमने पुरस्कार को फिलहाल रोक दिया है। हम इस मामले को स्पष्ट करेंगे और फिर आगे की कार्रवाई करेंगे। मैंने उन्हें (समिति को) निर्देश दिया है कि वे मामले की फिर से जांच करें और हमें रिपोर्ट दें। बच्चों के साथ किए गए व्यवहार की समस्या है… कृपया इस मुद्दे को राजनीतिक रंग न दें।”
इससे पहले, कर्नाटका सरकार ने उन प्रिंसिपल को सम्मानित करने का निर्णय लिया था, जिन पर हिजाब बैन के कारण विवाद उठ गया था। पुरस्कार की घोषणा के बाद इस पर विवाद हो गया और अब इसे स्थगित कर दिया गया है ताकि मामले की पूरी जांच की जा सके। मंत्री बंगरप्पा ने स्पष्ट किया कि इस मामले को गंभीरता से लिया जाएगा और इसके लिए उचित प्रक्रिया का पालन किया जाएगा।
यह निर्णय सरकार की ओर से उठाया गया एक महत्वपूर्ण कदम है, जिससे यह संकेत मिलता है कि सरकार बच्चों के अधिकारों और उनके साथ किए गए व्यवहार के प्रति संवेदनशील है। मंत्री ने सभी से अपील की है कि इस मुद्दे को राजनीतिक रूप से न देखा जाए और इसे बच्चों के हित में हल करने की कोशिश की जाए।
कर्नाटका सरकार के इस कदम से यह स्पष्ट होता है कि राज्य शिक्षा विभाग की प्राथमिकता बच्चों की भलाई और उनकी सुरक्षा है, और किसी भी विवादास्पद मामले में निष्पक्षता और पारदर्शिता बनाए रखी जाएगी।