AIN NEWS 1: दिल्ली में केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने हाल ही में एक बयान दिया जिसमें उन्होंने सेवानिवृत्त सिविल सेवकों के भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) में शामिल होने पर खुशी जताई। पुरी ने कहा कि यह एक खुशी की बात है कि कई distinguished सेवानिवृत्त सिविल सेवक, जिनमें सेना के जनरल, आयकर के मुख्य आयुक्त, केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड के सदस्य, सेवानिवृत्त राजदूत शामिल हैं, बीजेपी में शामिल होने की इच्छा जाहिर कर रहे हैं।
#WATCH | Delhi: Union Minister Hardeep Singh Puri says, "It is a matter of great joy that distinguished retired civil servants who devoted their entire life to civil service career – whether they were generals in the armed forces, chief commissioners of Income Tax, or member of… https://t.co/Lh6bOFodhy pic.twitter.com/KOSZ5dMSSs
— ANI (@ANI) September 11, 2024
पुरी ने कहा कि इन सेवानिवृत्त सिविल सेवकों की लंबे समय की सेवा और अनुभव को देखते हुए पार्टी ने उनका स्वागत किया। उन्होंने कहा कि अगर और भी सिविल सेवक बीजेपी में शामिल होना चाहते हैं, तो अगर उनकी संख्या 15-20 के आसपास हो, तो वे पार्टी कार्यालय में आ सकते हैं। लेकिन यदि उनकी संख्या 50-100 तक पहुंचती है, तो पार्टी का कोई प्रतिनिधि या मंत्री उनके क्षेत्र में जाकर उनका स्वागत करेगा।
पुरी ने इसे शुरुआत का एक महत्वपूर्ण कदम बताते हुए कहा कि यह पार्टी के लिए एक खुशी का अवसर है। उन्होंने आशा जताई कि आने वाले समय में और भी सिविल सेवक बीजेपी में शामिल होंगे और पार्टी को उनके अनुभव और ज्ञान से लाभ होगा।
यह बयान सिविल सेवकों की राजनीति में बढ़ती भागीदारी और बीजेपी के बढ़ते प्रभाव की ओर इशारा करता है। पुरी के इस बयान से स्पष्ट होता है कि बीजेपी सिविल सेवकों को पार्टी में शामिल करने के लिए उत्सुक है और इस कदम को पार्टी के लिए एक महत्वपूर्ण शुरुआत मानती है।
इससे पहले, बीजेपी ने भी कई सेवानिवृत्त सैन्य अधिकारियों और सिविल सेवकों को पार्टी में शामिल किया था, जो पार्टी के लिए एक सकारात्मक संकेत है। यह कदम यह भी दर्शाता है कि बीजेपी को अपने राजनीतिक दृष्टिकोण को और मजबूत करने के लिए सिविल सेवकों के अनुभव और ज्ञान का लाभ उठाने की उम्मीद है।
बीजेपी की इस पहल से स्पष्ट होता है कि पार्टी ने सिविल सेवकों को अपनी पार्टी में शामिल करने का एक संगठित तरीका अपनाया है, और यह भी दर्शाता है कि पार्टी अपने विभिन्न घटकों को एक साथ लाकर एक मजबूत राजनीतिक मंच बनाने की दिशा में काम कर रही है।
यह कदम न केवल सिविल सेवकों के लिए बल्कि बीजेपी के लिए भी एक महत्वपूर्ण रणनीतिक कदम हो सकता है, जो पार्टी के विस्तार और राजनीतिक प्रभाव को बढ़ाने में सहायक हो सकता है।
पुरी के बयान से यह भी प्रतीत होता है कि बीजेपी अपने संगठन को मजबूत करने के लिए लगातार प्रयासरत है और विभिन्न पेशेवर क्षेत्रों से जुड़े व्यक्तियों को पार्टी में शामिल करके अपनी राजनीतिक स्थिति को सुदृढ़ करने की दिशा में काम कर रही है।
इस प्रकार, केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी का यह बयान सिविल सेवकों के बीजेपी में शामिल होने को लेकर पार्टी की खुशी और उत्सुकता को स्पष्ट करता है और यह संकेत करता है कि आने वाले समय में इस दिशा में और अधिक गतिविधियाँ देखने को मिल सकती हैं।