विश्व मंच पर भारत की प्रमुख भूमिका
AIN NEWS 1: बीते एक दशक में भारत ने वैश्विक राजनीति में महत्वपूर्ण स्थान बना लिया है। इस सफलता के पीछे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का कुशल नेतृत्व है। भारत अब वैश्विक समस्याओं के समाधान में एक प्रमुख भूमिका निभा रहा है। चाहे रूस-यूक्रेन का संकट हो या पश्चिम एशिया का तनाव, प्रधानमंत्री मोदी ने इन मुद्दों पर सक्रिय हस्तक्षेप किया है। ‘मोदी है तो मुमकिन है’ का विश्वास अब न केवल देश में, बल्कि अंतरराष्ट्रीय महाशक्तियों के बीच भी कायम है।
प्रधानमंत्री मोदी के प्रभावी निर्णय
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने तीसरे कार्यकाल के पहले सौ दिन के भीतर कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए हैं। उन्होंने भारतीय राजनीति और समाज में बड़े बदलाव लाने का काम किया है। अनुच्छेद 370 और 35 ए का हटाना एक ऐसा निर्णय था, जिसे पहले असंभव माना जाता था। लेकिन मोदी की दृढ़ इच्छाशक्ति ने कश्मीर में ‘दो निशान-दो विधान’ का कलंक मिटा दिया है। आज घाटी में नए उद्योग स्थापित हो रहे हैं और नए विकास के अवसर उत्पन्न हो रहे हैं।
संस्कृति और आस्था की पुनरावृत्ति
प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारत ने सांस्कृतिक पुनर्जागरण की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। श्रीरामलला की प्राण-प्रतिष्ठा और श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर का पुनरुद्धार जैसे कार्यों ने भारतीय आस्था को नया बल दिया है। मोदी की नीतियों ने जातिवाद, भ्रष्टाचार और तुष्टीकरण से मुक्ति दिलाने का काम किया है।
सामाजिक और आर्थिक योजनाएँ
प्रधानमंत्री मोदी की योजनाएँ जैसे किसान सम्मान निधि, उज्ज्वला, स्वनिधि, और आयुष्मान भारत ने आम भारतीयों के जीवन को सरल बनाया है। ‘सबका साथ, सबका विकास’ के मंत्र के तहत, सरकार ने सामाजिक और आर्थिक विकास को प्राथमिकता दी है। जैम-त्रिशक्ति का उपयोग कर सरकारी योजनाओं का लाभ सीधे आम आदमी तक पहुंचाया गया है।
डिजिटल क्रांति और पर्यावरण संरक्षण
प्रधानमंत्री मोदी ने डिजिटल क्रांति को बढ़ावा देने के लिए कई पहल की हैं। यूपीआइ, रूपे कार्ड और डिजीलॉकर जैसे डिजिटल प्लेटफॉर्म्स अब आम जीवन का हिस्सा बन चुके हैं। पर्यावरण संरक्षण की दिशा में प्रधानमंत्री मोदी की ‘पंचामृत’ और ‘लाइफ’ (लाइफ स्टाइल फॉर एनवायरनमेंट) की पहल ने भारत को एक रोल मॉडल बना दिया है। भारत की सौर ऊर्जा क्षमता में भारी वृद्धि हुई है और अक्षय ऊर्जा के उपयोग को बढ़ावा मिला है।
आर्थिक विकास और वैश्विक मान्यता
कोविड महामारी और रूस-यूक्रेन युद्ध के बावजूद, भारत ने आर्थिक मोर्चे पर मजबूती से कदम बढ़ाए हैं। प्रधानमंत्री मोदी की कूटनीति और वित्तीय कुशलता के चलते, भारत दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन चुका है और जल्द ही तीसरी बड़ी आर्थिक शक्ति बनने की ओर अग्रसर है। ‘सेमिकान इंडिया’ सम्मेलन के माध्यम से भारत सेमीकंडक्टर मैन्यूफैक्चरिंग के वैश्विक हब बनने की दिशा में कदम बढ़ा रहा है।
भविष्य की दिशा और प्रधानमंत्री मोदी की भूमिका
प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारत एक नई दिशा में आगे बढ़ रहा है। उन्होंने एक लाख करोड़ रुपये के अनुसंधान कोष की स्थापना की है, जो नवाचार के लिए बड़ा समर्थन होगा। यह भी संयोग है कि प्रधानमंत्री मोदी की जन्मतिथि और देवशिल्पी भगवान विश्वकर्मा की जयंती एक ही दिन पड़ती है। आज भारत एक ‘अमृत नव निर्माण’ की ओर बढ़ रहा है और प्रधानमंत्री मोदी इस नवनिर्माण के प्रमुख शिल्पकार बन रहे हैं।
निष्कर्ष
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत ने न केवल घरेलू बल्कि वैश्विक स्तर पर भी महत्वपूर्ण सफलता प्राप्त की है। उनके द्वारा उठाए गए निर्णय और पहलें भारत को एक नई ऊँचाई पर ले जा रही हैं। ‘नवनिर्माण के शिल्पकार’ के रूप में मोदी ने भारत को एक नया दिशा और पहचान दी है, जिससे भविष्य की चुनौतियों का सामना करना और भी आसान होगा।