दिल्ली में हाल ही में मुख्यमंत्री पद के लिए आतिशी की नियुक्ति को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। स्वाति मालीवाल, जो दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष हैं, ने आतिशी की सीएम बनने की नियुक्ति पर गंभीर सवाल उठाए हैं। उन्होंने इसे दिल्ली के लिए एक दुखद दिन करार दिया और आतिशी को ‘डमी सीएम’ बताया।
स्वाति मालीवाल ने अपनी चिंता जाहिर करते हुए कहा कि आतिशी की नियुक्ति दिल्ली के लोगों की उम्मीदों पर खरा नहीं उतर सकती। उनका आरोप है कि आतिशी का नेतृत्व दिल्ली को सही दिशा में नहीं ले जा पाएगा और इसके परिणामस्वरूप राजधानी में विकास की गति धीमी हो सकती है।
इसके अलावा, स्वाति मालीवाल ने आतिशी के माता-पिता पर भी आरोप लगाया है कि उन्होंने अफजल गुरु की पैरवी की थी। अफजल गुरु 2001 में भारतीय संसद पर हुए हमले के प्रमुख आरोपी थे और उनकी पैरवी करने के कारण स्वाति मालीवाल ने आतिशी के परिवार की निष्ठा पर सवाल उठाया है। स्वाति मालीवाल का कहना है कि यह मुद्दा गंभीर है और इससे दिल्ली के नागरिकों को उनके नए सीएम के बारे में संदेह हो सकता है।
स्वाति मालीवाल का कहना है कि दिल्ली की राजनीति में पारदर्शिता और स्पष्टता होनी चाहिए और लोगों को यह जानने का हक है कि उनके नेता किस प्रकार की पृष्ठभूमि से आते हैं। वे चाहती हैं कि दिल्ली के नागरिक सही जानकारी के आधार पर अपने नेतृत्व का चयन करें और किसी भी प्रकार के विवाद से बचा जा सके।
इस पूरे विवाद ने दिल्ली की राजनीति को एक नई दिशा में मोड़ दिया है और यह देखना होगा कि आगे इस पर क्या प्रतिक्रिया होती है। दिल्ली की जनता के लिए यह एक महत्वपूर्ण मुद्दा है और इस पर गंभीर चर्चा की आवश्यकता है ताकि राजधानी की सरकार और उसकी नीतियां जनता की अपेक्षाओं पर खरी उतर सकें।