AIN NEWS 1 भोपाल: मध्य प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष जितु पटवारी ने आज एक महत्वपूर्ण बयान दिया, जिसमें उन्होंने राज्य में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर चिंता जताई। उन्होंने बताया कि राष्ट्रपति भारत के दौरे पर मध्य प्रदेश आ रही हैं और इस अवसर पर उन्होंने राष्ट्रपति को एक पत्र लिखा है।
पटवारी ने कहा, “राष्ट्रपति का यह दौरा हमारे लिए महत्वपूर्ण है। मैंने राष्ट्रपति से आग्रह किया है कि वे महिलाओं की सुरक्षा को लेकर हमारी चिंताओं पर ध्यान दें।” उन्होंने हाल ही में बंगाल में हुई घटनाओं का उल्लेख करते हुए कहा कि राज्य में महिलाओं के खिलाफ अपराध बढ़ रहे हैं।
विशेष रूप से उन्होंने भोपाल में एक तीन साल की बच्ची के साथ हुए दुष्कर्म की घटना का जिक्र किया, जिसे बेहद शर्मनाक और गंभीर बताया। पटवारी ने यह भी कहा कि मध्य प्रदेश में लगातार बढ़ते दुष्कर्म के मामलों ने राज्य सरकार की कानून-व्यवस्था की स्थिति पर सवाल उठाया है।
उन्होंने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा, “मध्य प्रदेश सरकार ने राज्य में कानून-व्यवस्था बनाए रखने में पूरी तरह से विफलता दिखाई है। ऐसे में हमें राष्ट्रपति से उम्मीद है कि वे इस गंभीर मुद्दे पर ध्यान देंगी और आवश्यक कार्रवाई करेंगी।”
पटवारी ने महिला सुरक्षा को प्राथमिकता देने की आवश्यकता पर जोर दिया और कहा कि जब तक सरकार इस दिशा में ठोस कदम नहीं उठाती, तब तक राज्य की महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित नहीं की जा सकती। उन्होंने राज्य की महिलाओं से भी अपील की कि वे किसी भी तरह की हिंसा या उत्पीड़न की घटना की रिपोर्ट करें, ताकि इसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा सके।
इस पत्र के माध्यम से जितु पटवारी ने राष्ट्रपति से आग्रह किया है कि वे मध्य प्रदेश में महिलाओं के खिलाफ बढ़ते अपराधों की जांच करें और आवश्यक कदम उठाएं। उनका कहना है कि यह समय है कि हम इस मुद्दे को गंभीरता से लें और राज्य सरकार से सवाल करें कि वह महिलाओं की सुरक्षा के लिए क्या कर रही है।
पटवारी का यह बयान ऐसे समय में आया है जब मध्य प्रदेश में महिलाओं के खिलाफ अपराधों की घटनाएँ बढ़ रही हैं। इस स्थिति ने पूरे राज्य में चिंता का माहौल बना दिया है। कांग्रेस पार्टी इस मुद्दे को उठाकर राज्य सरकार पर दबाव बनाने की कोशिश कर रही है ताकि महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके।
यह मामला केवल एक राजनीतिक बयानबाजी नहीं है, बल्कि यह एक गंभीर सामाजिक समस्या है, जिसे सही तरीके से संबोधित करने की आवश्यकता है। महिलाएँ हर दिन सुरक्षित महसूस करने का अधिकार रखती हैं, और इसे सुनिश्चित करने के लिए सभी को एकजुट होकर काम करने की आवश्यकता है।
इस प्रकार, जितु पटवारी का यह पत्र न केवल एक राजनीतिक कदम है, बल्कि यह एक गंभीर सामाजिक मुद्दे की ओर ध्यान आकर्षित करने का प्रयास भी है। उन्हें उम्मीद है कि राष्ट्रपति इस विषय पर गंभीरता से विचार करेंगी और मध्य प्रदेश की महिलाओं की सुरक्षा के लिए आवश्यक कदम उठाएंगी।