AIN NEWS 1: महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने “एक देश, एक चुनाव” की आवश्यकता पर जोर दिया है। उन्होंने कहा कि इस प्रणाली के फायदे केवल सरकार और प्रशासन के लिए नहीं, बल्कि आम जनता के लिए भी महत्वपूर्ण हैं।
#WATCH | On One Nation One Election, Maharashtra CM Eknath Shinde says "We have welcomed that. Elections come again and again, manpower is used and government expenses are incurred. After elections are announced, the Model Code of Conduct is imposed due to which development works… pic.twitter.com/JMMXUJ5DDK
— ANI (@ANI) September 19, 2024
चुनावी प्रक्रिया में आने वाली कठिनाइयाँ
सीएम शिंदे ने बताया कि चुनावों के बार-बार होने से न केवल सरकारी संसाधनों का दुरुपयोग होता है, बल्कि विकास कार्यों में भी रुकावट आती है। जब चुनाव की घोषणा होती है, तब मॉडल कोड ऑफ कंडक्ट लागू होता है, जिससे सरकारी योजनाएँ और विकास कार्य ठप हो जाते हैं।
विकास के लिए एकजुटता की आवश्यकता
एकनाथ शिंदे का मानना है कि “एक देश, एक चुनाव” का सिद्धांत देश के विकास के लिए आवश्यक है। इससे चुनावी खर्चों में कमी आएगी और सरकारी तंत्र की क्षमता बढ़ेगी। उन्होंने कहा कि जब चुनाव एक साथ होंगे, तो विकास कार्यों में तेजी आएगी और लोगों को बेहतर सेवाएँ मिल सकेंगी।
जनता की भलाई
मुख्यमंत्री ने जनता के हित में इस विचार का स्वागत किया। उनका कहना है कि लगातार चुनावों के कारण जनता की समस्याओं का समाधान नहीं हो पाता है। यदि चुनाव एक साथ होंगे, तो सरकार विकास और कल्याणकारी योजनाओं पर ध्यान केंद्रित कर सकेगी।
निष्कर्ष
एकनाथ शिंदे ने “एक देश, एक चुनाव” के विचार को न केवल प्रशासनिक दृष्टिकोण से बल्कि जनहित में भी महत्वपूर्ण बताया। उनका यह बयान स्पष्ट करता है कि यह प्रणाली न केवल खर्चों को कम करेगी, बल्कि विकास में भी तेजी लाएगी।
इस संदर्भ में, मुख्यमंत्री शिंदे का यह संदेश अन्य राज्यों और केंद्र सरकार के लिए एक महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश हो सकता है, जिससे भारत के विकास की रफ्तार को और तेज किया जा सके।