AIN NEWS 1: दिल्ली की आम आदमी पार्टी (AAP) सरकार ने श्रमिकों के लिए एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया है। मुख्यमंत्री आतिशी ने श्रमिकों के न्यूनतम वेतन में इजाफा करने की घोषणा की है, जिससे मजदूरों को आर्थिक राहत मिलेगी।
नई न्यूनतम वेतन दरें
1. अकुशल श्रमिक:
पूर्व में: 17,494 रुपये प्रति माह
अब: 18,066 रुपये प्रति माह
2. अर्धकुशल श्रमिक:
पूर्व में: 19,279 रुपये प्रति माह
अब: 19,929 रुपये प्रति माह
3. कुशल श्रमिक:
पूर्व में: 21,215 रुपये प्रति माह
अब: 21,917 रुपये प्रति माह
इस बढ़ोतरी के साथ, दिल्ली में श्रमिकों के लिए न्यूनतम वेतन राष्ट्रीय स्तर पर सबसे अधिक है। राष्ट्रीय स्तर पर न्यूनतम मजदूरी लगभग 178 रुपये प्रति दिन या 5,340 रुपये प्रति माह है।
मुख्यमंत्री का बयान
सीएम आतिशी ने कहा, “हमारे श्रम मंत्री मुकेश अहलावत ने निर्णय लिया है कि अप्रशिक्षित श्रमिकों को 18,066 रुपये, अर्धकुशल प्रशिक्षित मजदूरों को 19,929 रुपये और प्रशिक्षित श्रमिकों को 21,917 रुपये दिए जाएंगे। यह दिल्ली सरकार का प्रयास है कि श्रमिकों को एक सम्मानित जीवन मिले।”
सरकार का दृष्टिकोण
दिल्ली सरकार ने हमेशा श्रमिकों के कल्याण को प्राथमिकता दी है। इस बढ़ोतरी का उद्देश्य श्रमिकों को एक सम्मानित और बेहतर जीवन जीने का अवसर प्रदान करना है। सरकार का मानना है कि यह कदम श्रमिकों की आर्थिक स्थिति को मजबूत करेगा और उनके जीवन स्तर में सुधार लाएगा।
निष्कर्ष
इस नई पहल से दिल्ली के श्रमिकों को आर्थिक सुरक्षा और सम्मानित जीवन जीने में सहायता मिलेगी। दिल्ली और केरल भारत के दो ऐसे राज्य हैं, जहां न्यूनतम वेतन सबसे अधिक है। दिल्ली सरकार का यह निर्णय श्रमिकों के लिए एक सकारात्मक बदलाव है, जो उन्हें उनके श्रम के लिए उचित मूल्य दिलाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। आने वाले चार महीनों में सरकार का प्रयास होगा कि श्रमिकों को एक सम्मानित जीवन मिले।