CJI डीवाई चंद्रचूड़ सोमवार को एक सुनवाई के दौरान एक वकील के “या.. या..” कहने पर नाराज हो गए और उसे चेतावनी दी कि यह कोर्ट है, कोई कॉफी शॉप नहीं। उन्होंने कहा, “आप ‘यस’ कहिए, मुझे ‘या..या..’ से एलर्जी है। इसकी अनुमति नहीं दी जा सकती।” इसके बाद, वकील ने मराठी में अपनी दलीलें पेश करना शुरू कर दिया, जिस पर CJI ने भी मराठी में ही उसे समझाने की कोशिश की।
वकील को अंग्रेजी पर डांट
सुनवाई के दौरान वकील ने कहा कि पूर्व CJI रंजन गोगोई का एक फैसला वैध नहीं था। जब CJI ने उनसे पूछा कि क्या यह अनुच्छेद 32 की याचिका है, वकील ने जवाब दिया, “या..या..,” जिस पर CJI नाराज हो गए और कहा, “यह कोई कॉफी शॉप नहीं है।” उन्होंने वकील को ‘या.. या..’ कहने पर टोकते हुए ‘यस’ कहने का निर्देश दिया।
इसके बाद वकील ने बताया कि वह पुणे का रहने वाला है और मराठी में अपनी बात रखने लगा। CJI ने भी मराठी में समझाते हुए कहा, “जज को पार्टी नहीं बनाया जा सकता। कानून में इसके लिए एक प्रक्रिया है।”
याचिका में सुधार का निर्देश
CJI चंद्रचूड़ ने वकील से कहा कि वह पूर्व CJI रंजन गोगोई का नाम याचिका से हटा दें, क्योंकि सुप्रीम कोर्ट में हाईकोर्ट के किसी फैसले को चुनौती देते समय जज को दोषी नहीं ठहराया जा सकता। वकील ने सहमति जताई और कहा कि वह नाम हटा देगा।
याचिका का विषय
पूर्व CJI रंजन गोगोई के खिलाफ यह याचिका 2018 में दायर की गई थी। याचिका में दावा किया गया था कि उन्होंने एक गलत आधार पर श्रम कानूनों के तहत सेवा समाप्ति को चुनौती देने वाली याचिका को खारिज कर दिया था।
सुनवाई के दौरान CJI ने स्पष्ट किया कि सुप्रीम कोर्ट का अंतिम निर्णय आ चुका है, रिव्यू पिटीशन खारिज हो चुकी है, और अब क्यूरेटिव दाखिल करने का समय है।
पूर्व CJI रंजन गोगोई का परिचय
रंजन गोगोई, जो अब राज्यसभा सांसद हैं, सुप्रीम कोर्ट के पूर्व CJI रहे हैं और अयोध्या भूमि विवाद पर ऐतिहासिक फैसला सुनाने का श्रेय उन्हें जाता है। वे 2019 में CJI के पद से रिटायर हुए थे।
CJI चंद्रचूड़ की पहले की नाराजगी
- इलेक्टोरल बॉन्ड मामले में CJI ने एक वकील को डांटा जब उसने जोर से बोलना शुरू किया। CJI ने कहा, “मुझ पर चिल्लाओ मत।”
- एक अन्य मामले में CJI ने वकील को फटकारते हुए कहा, “यह कोई रेलवे प्लेटफॉर्म नहीं है, पहले सीखिए कि कोर्ट में कैसे व्यवहार किया जाता है।”
- NCP-शिवसेना विवाद पर सुनवाई के दौरान CJI ने वकील से कहा, “एक दिन यहां बैठिए, आप जान बचाकर भागेंगे।”