नमस्कार,
कल की बड़ी खबर तिरुपति लड्डू विवाद पर सुप्रीम कोर्ट में हुई सुनवाई की रही, अदालत ने कहा कि जब प्रसाद में पशु चर्बी होने की जांच CM चंद्रबाबू नायडू ने SIT को दे दी, तब उन्हें मीडिया में जाने की क्या जरूरत थी। एक खबर महाराष्ट्र सरकार के फैसले की रही, यहां देसी गाय को राज्यमाता का दर्जा दिया गया है।
आज के प्रमुख इवेंट्स:
- जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव का तीसरा चरण:
आज जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के तीसरे चरण में 7 जिलों की 40 सीटों पर वोटिंग होगी। इनमें से 24 सीटें जम्मू डिवीजन की और 16 सीटें कश्मीर घाटी की हैं। यह चरण चुनावी प्रक्रिया में महत्वपूर्ण माना जा रहा है, और सुरक्षा व्यवस्था पर खास ध्यान दिया गया है। - विदेश मंत्री एस जयशंकर की अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन से मुलाकात:
विदेश मंत्री एस जयशंकर आज वॉशिंगटन में अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन से मिलेंगे। इस मुलाकात में यूक्रेन युद्ध, मिडिल ईस्ट संकट, और अन्य वैश्विक मुद्दों पर चर्चा होने की उम्मीद है। यह बैठक भारत-अमेरिका द्विपक्षीय संबंधों के लिए अहम मानी जा रही है। - सुप्रीम कोर्ट में बुलडोजर एक्शन से जुड़ी याचिकाओं पर सुनवाई:
सुप्रीम कोर्ट आज बुलडोजर एक्शन से जुड़ी याचिकाओं पर सुनवाई करेगा। पिछली सुनवाई में कोर्ट ने अगले आदेश तक बुलडोजर एक्शन पर रोक लगाई थी, सिवाय अतिक्रमण से संबंधित मामलों के।
अब कल की बड़ी खबरें…
तिरुपति लड्डू विवाद: सुप्रीम कोर्ट ने जताई चिंता, CM के बयान पर सवाल
तिरुपति मंदिर के लड्डुओं में एनिमल फैट (जानवरों की चर्बी) के इस्तेमाल से जुड़े मामले पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई। अदालत ने सवाल उठाया कि जब इस मामले की जांच SIT (विशेष जांच दल) कर रही है, तो मुख्यमंत्री ने पहले ही बयान क्यों दिया। अदालत ने कहा, “जुलाई में जो लैब रिपोर्ट आई थी, वह पूरी तरह से स्पष्ट नहीं है। मुख्यमंत्री SIT जांच के आदेश देते हैं और फिर सितंबर में मीडिया के सामने बयान देते हैं। एक संवैधानिक पद पर बैठा व्यक्ति ऐसा कैसे कर सकता है? कम से कम भगवान को तो राजनीति से दूर रखना चाहिए।”
सुप्रीम कोर्ट ने सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता से सुझाव मांगा है कि इस मामले की जांच SIT से कराई जाए या किसी स्वतंत्र एजेंसी को सौंपा जाए।
CM नायडू का बयान और विवाद की शुरुआत
18 सितंबर को आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने दावा किया कि पिछली जगन सरकार के कार्यकाल में तिरुपति मंदिर के लड्डुओं में इस्तेमाल किए जाने वाले घी में जानवरों की चर्बी और मछली का तेल मिलाया गया था। जुलाई में आई एक लैब रिपोर्ट में लड्डुओं में चर्बी की मौजूदगी की पुष्टि हुई थी। हालांकि, टीडीपी सरकार ने दो महीने बाद, सितंबर में इस रिपोर्ट को सार्वजनिक किया, जिससे विवाद और बढ़ गया।
इसके बाद, राज्य सरकार ने 22 सितंबर को इस मामले की जांच के लिए SIT का गठन किया।
सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी
सुप्रीम कोर्ट ने इस बात पर सवाल उठाए हैं कि जब SIT की जांच अभी चल रही है, तो मुख्यमंत्री ने मीडिया में बयान देकर इसे क्यों प्रभावित किया।
महाराष्ट्र सरकार ने देसी गाय को ‘राज्यमाता’ का दर्जा दिया, देश में पहली बार ऐसा फैसला
एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में महाराष्ट्र सरकार ने देसी गाय को ‘राज्यमाता’ का दर्जा देने का ऐतिहासिक फैसला लिया है। यह कदम उठाने वाला महाराष्ट्र देश का पहला राज्य बन गया है। मुख्यमंत्री शिंदे ने घोषणा की कि सरकार गोशालाओं में स्वदेशी गायों के पालन-पोषण के लिए 50 रुपए प्रतिदिन की सब्सिडी योजना शुरू करेगी। इस योजना को महाराष्ट्र गोसेवा आयोग ऑनलाइन लागू करेगा।
देसी गाय के महत्व के आधार पर लिया गया फैसला
राज्य सरकार के नोटिफिकेशन में कहा गया है कि वैदिक काल से ही भारतीय संस्कृति में देसी गाय का महत्वपूर्ण स्थान रहा है। मानव आहार में देसी गाय के दूध की उपयोगिता, आयुर्वेदिक चिकित्सा, पंचगव्य उपचार पद्धति और जैविक कृषि में देसी गाय के गोबर और गोमूत्र का खास महत्व है। इन सब बातों को ध्यान में रखते हुए, महाराष्ट्र सरकार ने देसी गाय को ‘राज्यमाता गोमाता’ घोषित करने का फैसला किया है।
मिथुन चक्रवर्ती को दादासाहेब फाल्के पुरस्कार, 8 अक्टूबर को सम्मानित किए जाएंगे
इस साल का प्रतिष्ठित दादासाहेब फाल्के अवॉर्ड मिथुन चक्रवर्ती को दिया जाएगा। उन्हें 8 अक्टूबर को 70वीं नेशनल फिल्म अवॉर्ड सेरेमनी में सम्मानित किया जाएगा। मिथुन चक्रवर्ती ने अपने 5 दशक लंबे करियर में बांग्ला, हिंदी, तमिल, तेलुगु, कन्नड़, ओडिया और भोजपुरी भाषाओं की 350 से अधिक फिल्मों में काम किया है। तीन बार राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार जीत चुके मिथुन को जनवरी 2024 में पद्मश्री से भी सम्मानित किया गया था।
नक्सल आंदोलन से फिल्मों तक का सफर
16 जून 1950 को कोलकाता में जन्मे मिथुन का असली नाम गौरांग चक्रवर्ती है। उन्होंने केमिस्ट्री में ग्रेजुएशन किया था। इसके बाद वह नक्सल आंदोलन में शामिल होकर एक कट्टर नक्सली बन गए। हालांकि, कुछ सालों बाद उनके इकलौते भाई का एक हादसे में निधन हो गया, जिससे उनके परिवार पर संकट आ गया। परिवार की जिम्मेदारियों को देखते हुए मिथुन ने नक्सल आंदोलन छोड़कर घर लौटने का फैसला किया। उस समय उनकी दोस्ती कुख्यात नक्सली रवि रंजन से गहरी थी।
सुप्रीम कोर्ट का आदेश: दलित छात्र अतुल कुमार को IIT धनबाद में मिलेगा एडमिशन
सुप्रीम कोर्ट ने उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर के गरीब छात्र अतुल कुमार को IIT धनबाद में एडमिशन देने का आदेश जारी किया है। मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ ने कहा, “प्रतिभाशाली छात्रों को निराश नहीं किया जाना चाहिए। ऐसे टैलेंट को खोने नहीं दिया जा सकता। यह एक दलित लड़का है, जिसे मदद की ज़रूरत है।” दरअसल, अतुल 17,500 रुपये की फीस समय पर जमा नहीं कर सका था, और जब उसके पास पैसे आए, तब तक फीस जमा करने की समयसीमा खत्म हो चुकी थी।
अतुल की कहानी: पिता टेलर, रैंक 1455
अतुल के पिता एक टेलर हैं, और आर्थिक स्थिति कमजोर होने के कारण फीस जमा करने में देरी हुई। अतुल ने बताया कि इस बार जॉइंट इंजीनियरिंग एग्जाम में उसकी 1455 रैंक आई थी, जिसके आधार पर उसे IIT धनबाद में एडमिशन मिलना था। उसे 24 जून की शाम 5 बजे तक फीस जमा करनी थी, लेकिन पैसे का इंतजाम 4:45 बजे हुआ। जैसे ही वह वेबसाइट पर डेटा अपलोड करने गया, समय समाप्त हो गया।
गौरतलब है कि अतुल के दो भाई पहले से ही IIT में इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहे हैं, और अब सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले से अतुल को भी अपने सपनों को साकार करने का मौका मिलेगा।
CJI ने वकील को किया सचेत: ‘या.. या..’ नहीं, कोर्ट में ‘Yes’ कहिए
सुप्रीम कोर्ट में एक सुनवाई के दौरान, मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ एक वकील के बार-बार अंग्रेजी में ‘या.. या..’ कहने पर नाराज हो गए। CJI ने वकील को फटकार लगाते हुए कहा, “यह कोर्ट है, कॉफी शॉप नहीं। यह क्या ‘या.. या..’ है? मुझे इससे बहुत एलर्जी है। यहां इसकी इजाजत नहीं दी जा सकती। आप ‘Yes’ कहिए।”
वकील ने मराठी में दी सफाई
CJI की डांट सुनने के बाद वकील ने अपनी सफाई में बताया कि वह पुणे का रहने वाला है, और इसके बाद उसने मराठी में अपनी दलीलें देना शुरू कर दीं। इस पर CJI चंद्रचूड़ ने भी मराठी में ही उसे समझाने की कोशिश की।
वकील ने एक याचिका दायर की थी जिसमें पूर्व CJI रंजन गोगोई के खिलाफ इन-हाउस जांच की मांग की गई थी। इस पर CJI चंद्रचूड़ ने वकील को निर्देश दिया कि याचिका से पूर्व CJI का नाम हटा लिया जाए।
हिजबुल्लाह के डिप्टी चीफ का बयान: इजराइली घुसपैठ का जवाब देंगे, नसरल्लाह की मौत के बाद भारत-पाकिस्तान में प्रदर्शन
हिजबुल्लाह के चीफ हसन नसरल्लाह की मौत के बाद, संगठन के डिप्टी चीफ नईम कासिम ने पहली बार सार्वजनिक रूप से संबोधन दिया। कासिम ने कहा, “अगर इजराइल लेबनान में घुसपैठ करेगा, तो हमारी फौज लड़ने के लिए तैयार है। नसरल्लाह की मौत से हमारे योजनाओं में कोई बदलाव नहीं हुआ है।” नसरल्लाह की मौत के बाद भारत और पाकिस्तान में शिया समुदाय ने प्रदर्शन किया। कराची में भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज किया, जबकि लखनऊ में शिया समुदाय के करीब 10 हजार लोगों ने 1 किलोमीटर लंबा कैंडल मार्च निकाला।
प्रधानमंत्री मोदी ने इजराइली PM नेतन्याहू से की बातचीत
इस बीच, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से फोन पर बात की। पीएम मोदी ने सोशल मीडिया पर इसकी जानकारी देते हुए कहा, “दुनिया में आतंकवाद के लिए कोई जगह नहीं है। क्षेत्रीय तनाव को रोकना और सभी बंधकों की सुरक्षित रिहाई सुनिश्चित करना महत्वपूर्ण है।” पिछले डेढ़ महीने में यह दोनों नेताओं के बीच दूसरी फोन पर बातचीत है।