Ainnews1.com :विवादों से घिरी नई आबकारी नीति को एक महीने का विस्तार मिलने के बाद मंगलवार को दिल्ली में शराब की दुकानें खुल तो गई है। सोमवार को एक दिन बंदी के बाद दोबारा दुकानें खुली तो भी शराब की किल्लत बनी रही।
आपके बता दे एक महीने के विस्तार के बाद छह जोन में शराब खुदरा बिक्री का लाइसेंस रखने वाली कंपनियों ने अपना लाइसेंस विभाग को वापस कर ही दिया है। इससे दिल्ली में शराब की करीब 126 दुकानें और बंद हो चुकी । दिल्ली में अब कुल 342 दुकानें ही खुलेगी। जबकि 31 जुलाई तक दिल्ली में 468 दुकानें चल रही थी मगर सोमवार को अघोषित ड्राई डे के मंगलवार को दुकानें खुली तो ज्यादा दुकानें खाली पड़ी थी। दरअसल आबकारी नीति को लेकर एक्सटेंशन होगा की नहीं इसे लेकर लाइसेंस रखने वाली कंपनियों में ऊहापोह की स्थिति बनी थी। इस वजह स उन्होंने कोई नया स्टॉक नहीं खरीदा ही नही। आखिरी दिनों में शराब की जमकर हुई खरीददारी से स्टॉक में भी ज्यादा मॉल नहीं रह गया था। जनपथ पर शराब की दुकान पर तैनात विक्रेता ने कहा कि अभी तक पता नहीं था कि दुकान फिर खुलेगी या नही । इसलिए अब बुधवार से ही स्टॉक आएगा। इसी तरह उत्तम नगर के मटियाला रोड पर स्थित दुकान पर भी लोग शराब के लिए आ रहे थे। लेकिन बेहत सीमित ब्रांड की शराब ही उपलब्ध थी।
लेकिन छूट खत्म हो गई है। कई दुकानों पर मंगलवार को छूट नहीं होने का पोस्टर भी लगा हुआ है। जिसमें लिखा था कि अब से शराब पर कोई छूट नहीं मिलेगी। मटियाला रोड स्थित दुकान पर यह पोस्टर लगाया गया था। दिल्ली में पहले शराब पर 25 फीसदी तक की छूट दी जा रही थी। कई जगह इससे ज्यादा भी छूट मिल रही थी। इसके चलते दुकानों पर कई बार भारी भीड़ भी उमडी थी।
पुरानी नीति में पुराने स्थानों पर दुकान खोलने की तैयारी
दिल्ली की नई आबकारी नीति को अब एक महीने का विस्तार देने के साथ, पुरानी शराब शराब नीति को ही लागू कराने के लिए सरकार ने अपनी तैयारी शुरू कर दी है। सूत्रों की मानें तो एक सितंबर से लागू होने वाली पुरानी शराब नीति में पुरानी जगहों पर दुकानें खोलने की तैयारी की जा रही है। शराब दुकान चलाने वाले सरकारी विभागों ने इसे लेकर उन संपत्तियों को लेकर उसके मालिकों से बातचीत भी लगभग शुरू कर दी है। पुरानी शराब नीति में कुल 864 दुकान थीं, लेकिन पहले चरण में 475 सरकारी दुकान ही खुलेंगी।