AIN NEWS 1 बेंगलुरु: कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने आज महात्मा गांधी की 155वीं जयंती पर श्रद्धांजलि अर्पित की। इस अवसर पर एक दिलचस्प घटना हुई, जब एक कांग्रेस कार्यकर्ता ने मुख्यमंत्री के जूतों को उनके पैरों से हटाने का प्रयास किया।
घटना उस समय घटी जब सीएम सिद्धारमैया बेंगलुरु में गांधी जी की मूर्ति के समक्ष श्रद्धांजलि देने पहुंचे। कार्यकर्ता ने हाथ में तिरंगा लेकर सीएम के जूते उतारने की कोशिश की। यह दृश्य वहां मौजूद लोगों के बीच चर्चा का विषय बन गया।
#WATCH | Bengaluru: A Congress worker, with the Tiranga in his hands, removed shoes from the feet of Karnataka CM Siddaramaiah earlier today as he arrived to pay tribute to Mahatma Gandhi on his birth anniversary. A man present at the spot, removed the flag from the worker's… pic.twitter.com/rjT1AJTXsp
— ANI (@ANI) October 2, 2024
हालांकि, इस कार्यकर्ता की यह हरकत कुछ लोगों को पसंद नहीं आई। वहां उपस्थित एक व्यक्ति ने तुरंत हस्तक्षेप करते हुए कार्यकर्ता के हाथ से तिरंगा छीन लिया। इस घटना ने सभी को चौंका दिया और कुछ समय के लिए माहौल tense हो गया।
सिद्धारमैया ने इस घटना को गंभीरता से लिया और कार्यक्रम के दौरान शांति बनाए रखने की अपील की। उन्होंने महात्मा गांधी के सिद्धांतों का उल्लेख करते हुए कहा कि हम सबको एकजुट होकर उनके आदर्शों का पालन करना चाहिए।
गांधी जी की जयंती पर आयोजित इस कार्यक्रम में अन्य कांग्रेसी नेता भी उपस्थित थे। उन्होंने सीएम सिद्धारमैया के कार्यों की सराहना की और गांधी जी के विचारों पर प्रकाश डाला।
इस घटना ने यह भी दर्शाया कि राजनीतिक माहौल कितना संवेदनशील हो सकता है। ऐसे समय में हमें गांधी जी की शिक्षाओं की याद दिलाना आवश्यक है, जो हमेशा सत्य और अहिंसा का संदेश देती हैं।
सिद्धारमैया ने अपने संबोधन में कहा, “महात्मा गांधी ने हमें सिखाया कि हमें अपने विचारों को शांति से व्यक्त करना चाहिए। हमें हिंसा और असामंजस्य से बचना चाहिए। आज का दिन हमें उनके विचारों को अपनाने और फैलाने का अवसर देता है।”
कुल मिलाकर, यह घटना महात्मा गांधी की जयंती के मौके पर न केवल राजनीतिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण थी, बल्कि यह हमें यह भी याद दिलाती है कि हमें उनके आदर्शों को जीवित रखना चाहिए।
सिद्धारमैया की श्रद्धांजलि कार्यक्रम के बाद, लोगों ने एक दूसरे को गांधी जी के विचारों के महत्व के बारे में चर्चा करते हुए देखा। यह दिन कर्नाटक के लिए विशेष था, और मुख्यमंत्री ने यह सुनिश्चित किया कि यह दिन यादगार बने।
अंत में, महात्मा गांधी की जयंती पर इस तरह की घटनाएं हमें उनके विचारों को समझने और अपनाने के लिए प्रेरित करती हैं। हमें चाहिए कि हम हमेशा सत्य, अहिंसा और एकता के मार्ग पर चलें।