AIN NEWS 1 तेल अविव: इजरायल ने यूएन महासचिव एंटोनियो गुटेरेस को ‘पर्सोना नॉन ग्राटा’ घोषित करते हुए उन्हें देश में प्रवेश से प्रतिबंधित कर दिया है। इजरायल के विदेश मंत्रालय के उप प्रवक्ता एलेक्स गैंडलर ने इस निर्णय का कारण बताते हुए कहा कि महासचिव ने ईरान, हिज़्बुल्लाह और हमास के साथ संघर्ष के दौरान उचित कदम नहीं उठाए।
#WATCH | Tel Aviv | Israel declared UN Secretary-General Antonio Guterres persona non grata in Israel and banned him from entering the country.
Dy spokesperson of Israel Ministry of External Affairs Alex Gandler says, "…There is a reason for that, the secretary general has not… pic.twitter.com/odVU6smrLl
— ANI (@ANI) October 2, 2024
निर्णय का कारण
गैंडलर ने कहा, “यूएन महासचिव ने इस संघर्ष के दौरान कई बार ईरान और उनके सहयोगियों के पक्ष में खड़े होकर हमें निराश किया है। उनका यह रवैया हमें स्वीकार्य नहीं है।” उन्होंने यह भी जोड़ा कि गुटेरेस ने इजरायल के खिलाफ कई बार बयान दिए हैं, जो कि स्थिति को और भी जटिल बनाते हैं।
अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रियाएं
इजरायल के इस कदम ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय में हलचल पैदा कर दी है। कई देशों ने इस पर विभिन्न प्रतिक्रियाएँ व्यक्त की हैं। कुछ का मानना है कि यह कदम यूएन की निष्पक्षता को चुनौती देता है, जबकि अन्य इसे इजरायल की सुरक्षा का एक आवश्यक पहलू मानते हैं।
इजरायल का दृष्टिकोण
इजरायल सरकार का कहना है कि वे अपनी राष्ट्रीय सुरक्षा को प्राथमिकता देते हैं और किसी भी प्रकार के अपमानजनक बयानों या कार्यों को बर्दाश्त नहीं करेंगे। गैंडलर ने कहा, “हमारी स्थिति स्पष्ट है। हम अपने देश और नागरिकों की सुरक्षा के लिए कोई भी कदम उठाने से पीछे नहीं हटेंगे।”
गुटेरेस का प्रभाव
यूएन महासचिव के पद पर रहते हुए, एंटोनियो गुटेरेस ने कई बार वैश्विक सुरक्षा मुद्दों पर अपने विचार व्यक्त किए हैं। हालांकि, इजरायल का कहना है कि उनकी कुछ टिप्पणियाँ और कार्रवाइयाँ इजरायल के लिए अनुकूल नहीं रही हैं। इससे पहले भी गुटेरेस पर आरोप लगते रहे हैं कि उन्होंने आतंकवादी संगठनों के प्रति नरम रुख अपनाया है।
निष्कर्ष
इजरायल का यह निर्णय न केवल गुटेरेस के लिए बल्कि वैश्विक राजनीति के लिए भी महत्वपूर्ण है। यह दर्शाता है कि इजरायल अपने सुरक्षा मुद्दों को लेकर कितनी सतर्क है और वह अपने खिलाफ किसी भी प्रकार की आलोचना को सहन नहीं करेगा। इस मामले में आगे की कार्रवाई और अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया देखना महत्वपूर्ण होगा।