AIN NEWS 1: दिल्ली के मंत्री सौरभ भारद्वाज ने बस मार्शल और सिविल डिफेंस वालंटियर्स के नियमितीकरण को लेकर एक महत्वपूर्ण बयान दिया। उन्होंने बीजेपी नेता विजेंद्र गुप्ता के हालिया व्यवहार पर भी टिप्पणी की, जिसमें गुप्ता लगातार अपनी कार से बाहर निकलकर भागते दिखे।
#WATCH | On the issue of regularising bus marshals and civil defence volunteers, Delhi Minister Saurabh Bhardwaj says, "The way Vijendra Gupta was repeatedly getting out of the car and running away yesterday and was not going to the LG, it is clear that he knows that the power… pic.twitter.com/MEg1yRrbgP
— ANI (@ANI) October 6, 2024
भाजपा की स्थिति पर सवाल:
सौरभ भारद्वाज ने कहा कि विजेंद्र गुप्ता का ऐसा व्यवहार यह दर्शाता है कि उन्हें पता है कि इस मामले में अधिकार उपराज्यपाल (LG) के पास हैं। मंत्री ने कहा, “कल बीजेपी का असली चेहरा सामने आया। अब LG को दबाव में आकर यह बताना होगा कि वह नियमितीकरण के लिए कदम उठाएंगे।”
समान अधिकारों की आवश्यकता:
उन्होंने जोर देकर कहा कि LG को स्पष्ट रूप से यह कहना चाहिए कि भर्ती के अधिकार उनके पास नहीं हैं, बल्कि यह अधिकार चुनी हुई सरकार के पास है। भारद्वाज ने आग्रह किया कि LG को इस बात को लिखित में देना चाहिए ताकि सभी को स्पष्टता मिल सके।
सरकारी भर्ती की प्रक्रिया:
दिल्ली सरकार ने पहले भी कहा है कि वे बस मार्शल और सिविल डिफेंस वालंटियर्स की भर्ती के लिए पूरी तैयारी कर चुके हैं। सौरभ भारद्वाज का मानना है कि सही प्रक्रिया का पालन किया जाना चाहिए और यह भर्ती सभी जरूरतमंदों के लिए होनी चाहिए।
भविष्य की दिशा:
भारद्वाज ने बताया कि अगर उपराज्यपाल इस विषय पर सकारात्मक रुख अपनाते हैं, तो इससे न केवल कार्यकर्ताओं को लाभ होगा, बल्कि दिल्ली की सुरक्षा में भी सुधार होगा। उन्होंने कहा कि यह सरकार की जिम्मेदारी है कि वह जनता की सेवा में तत्पर रहे और सही फैसले ले।
निष्कर्ष:
इस पूरे घटनाक्रम से यह स्पष्ट होता है कि राजनीतिक दलों के बीच अधिकारों को लेकर एक बड़ी बहस चल रही है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि LG इस मामले में क्या कदम उठाते हैं और क्या वे अपने अधिकारों को मान्यता देंगे या नहीं।
सौरभ भारद्वाज का बयान इस बात का संकेत है कि दिल्ली सरकार इस मामले में दृढ़ता से खड़ी है और वह अपने अधिकारों की रक्षा के लिए आगे बढ़ेगी। इससे स्पष्ट होता है कि दिल्ली की राजनीति में यह मुद्दा महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।