AIN NEWS 1: दिल्ली के नरेला में आरएसएस के जिला कार्यवाहक जितेंद्र कुमार भारद्वाज का शव सोमवार सुबह भोरगढ़ इलाके में मिला। उनकी संदिग्ध परिस्थितियों में मौत से इलाके में हड़कंप मच गया है। परिजनों ने हत्या का आरोप लगाया है, जबकि पुलिस इसे हादसा मान रही है। मामले की जांच के लिए अलग-अलग टीमों का गठन किया गया है।
घटना का विवरण
जितेंद्र कुमार भारद्वाज, 45, रविवार शाम को आरएसएस की एक महत्वपूर्ण बैठक में शामिल होने के लिए घर से निकले थे। उनकी पत्नी ने बताया कि शाम 7:20 बजे उनका फोन आया, जिसमें उन्होंने मजाक में कहा कि वह गुवाहाटी के खाने के बाद घर पर ही खाना खाएंगे। इसके बाद, जब उन्होंने देर तक वापस नहीं लौटे, तो पत्नी ने उन्हें कॉल किया, लेकिन उनका फोन बंद मिला।
परिवार ने नरेला थाने में मिसिंग की शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने तुरंत खोजबीन शुरू की, लेकिन सोमवार सुबह उनका शव रेलवे ट्रैक के पास क्षत-विक्षत अवस्था में मिला। शव के पास उनकी पहचान के लिए केवल सिर और बायां हाथ मिला, जबकि चेहरे पर खरोंच के निशान थे।
परिवार का आरोप
जितेंद्र के परिवार का कहना है कि उन्होंने आरएसएस के लिए नॉर्थ ईस्ट स्टेट में पांच साल प्रचारक के रूप में कार्य किया था और हाल ही में उन्हें नरेला का जिला कार्यवाहक बनाया गया था। परिवार ने इस घटना को हत्या का मामला बताया है और पुलिस से मामले की गंभीरता से जांच करने की अपील की है।
पुलिस की स्थिति
पुलिस अधिकारी का कहना है कि प्रारंभिक जांच से यह लगता है कि जितेंद्र कुमार एक हादसे का शिकार हुए हैं। हालांकि, परिजनों के आरोपों को ध्यान में रखते हुए जांच जारी है। पुलिस ने घटनास्थल से सीसीटीवी फुटेज भी कब्जे में लिया है, ताकि अधिक जानकारी प्राप्त की जा सके।
निष्कर्ष
इस मामले ने नरेला में तनाव पैदा कर दिया है, और परिवार न्याय की मांग कर रहा है। पुलिस की जांच आगे बढ़ रही है, और यह देखने की बात होगी कि क्या यह मामला हत्या का निकलता है या वास्तव में एक दुर्घटना। सभी की नजरें पुलिस की कार्रवाई और जांच के परिणामों पर टिकी हुई हैं।