AIN NEWS 1 : समाजवादी पार्टी (सपा) ने उत्तर प्रदेश में होने वाले उपचुनाव के लिए छह उम्मीदवारों की सूची जारी की है। इस सूची में पीडीए (प्रगतिशील दल) को प्राथमिकता दी गई है। पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने करहल सीट से तेज प्रताप यादव की उम्मीदवारी की पुष्टि की है, जो उनके द्वारा छोड़ी गई सीट है।
उम्मीदवारों की सूची
सपा ने निम्नलिखित उम्मीदवारों को मैदान में उतारा है:
1. तेज प्रताप यादव – करहल (मैनपुरी)
2. नसीम सोलंकी – सीसामऊ (कानपुर नगर)
3. मुस्तफा सिद्दीकी – फूलपुर (प्रयागराज)
4. अजीत प्रसाद – मिल्कीपुर (अयोध्या)
5. शोभावती वर्मा – कटेहरी (अंबेडकर नगर)
6. डॉक्टर ज्योति बिंद – मझवां (मिर्जापुर)
सीटों की स्थिति
उपचुनाव की आवश्यकता मुख्यतः उन सीटों पर पड़ी है, जहां पूर्व विधायकों के लोकसभा चुनाव में सांसद चुने जाने के बाद सीटें खाली हुई हैं। इनमें से नौ सीटें इस कारण रिक्त हुई हैं, जबकि सीसामऊ सीट पर निवर्तमान विधायक इरफान सोलंकी को आपराधिक मामले में दोषी ठहराए जाने के कारण उपचुनाव हो रहा है।
महत्वपूर्ण सीटें
करहल: यह सीट सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने 2022 में जीती थी, लेकिन लोकसभा चुनाव में कन्नौज से सांसद बनने के कारण उन्होंने विधानसभा से इस्तीफा दे दिया था। अब यहां तेज प्रताप यादव को उम्मीदवार बनाया गया है।
सीसामऊ: इस सीट पर इरफान सोलंकी की पत्नी नसीम सोलंकी को टिकट दिया गया है। इरफान की सदस्यता समाप्त होने के कारण यह सीट खाली हुई है।
मिल्कीपुर: इस सीट पर सपा ने सांसद अवधेश प्रसाद के बेटे अजीत प्रसाद को उम्मीदवार बनाया है। यह सीट भी उनके सांसद बनने के बाद खाली हुई है।
सहयोगी दलों के साथ चुनाव
सपा ने घोषणा की है कि वह विपक्षी गठबंधन ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस’ (‘इंडिया’) के साथ मिलकर उपचुनाव में भाग लेगी। कांग्रेस पार्टी भी इस उपचुनाव में भागीदारी कर रही है और पांच सीटों पर दावेदारी कर रही है। हालांकि, कांग्रेस ने हरियाणा विधानसभा चुनाव में सपा को एक भी सीट नहीं दी थी।
निष्कर्ष
यूपी में होने वाले उपचुनाव सपा के लिए महत्वपूर्ण हैं, खासकर उनकी चुनावी रणनीति और गठबंधन की स्थिति के संदर्भ में। उम्मीदवारों की चयन प्रक्रिया और सहयोगी दलों के साथ समन्वय आगामी चुनावों में सपा की सफलता को प्रभावित कर सकता है।