हरियाणा विधानसभा चुनाव के नतीजे 8 अक्तूबर को घोषित किए गए, जिसमें बीजेपी ने बहुमत हासिल किया। चुनाव के बाद बीजेपी सरकार बनाने की तैयारी में जुट गई और 17 अक्तूबर को मुख्यमंत्री पद के लिए नायब सिंह सैनी के शपथ ग्रहण का कार्यक्रम तय किया गया है। लेकिन इस बीच कांग्रेस ने एक ऐसी चाल चली है, जिसने बीजेपी की राह में अड़चन पैदा कर दी है।
कांग्रेस का ईवीएम पर आरोप
कांग्रेस ने चुनाव परिणामों के बाद 20 विधानसभा क्षेत्रों में ईवीएम (इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन) में गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए निर्वाचन आयोग से शिकायत की है। कांग्रेस का दावा है कि मतगणना के दौरान कुछ ईवीएम की बैटरी 99% तक चार्ज थी, जो संदेहास्पद है और ईवीएम की जांच जरूरी है।
किन सीटों पर उठाए गए सवाल?
कांग्रेस ने नारनौल, करनाल, डबवाली, रेवाड़ी, होडल (आरक्षित), कालका, पानीपत सिटी, इंद्री, बड़खल, फरीदाबाद एनआईटी, नलवा, रानिया, पटौदी (आरक्षित), पलवल, बल्लभगढ़, बरवाला, उचाना कलां, घरौंडा, कोसली और बादशाहपुर जैसे 20 विधानसभा क्षेत्रों से ईवीएम में गड़बड़ी की शिकायतें की हैं। पार्टी का कहना है कि इन क्षेत्रों में ईवीएम की बैटरी क्षमता से जुड़ी विसंगतियां मतगणना प्रक्रिया को प्रभावित कर सकती हैं।
जयराम रमेश ने उठाए गंभीर सवाल
कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ (पूर्व में ट्विटर) पर कहा कि चुनाव प्रक्रिया में गंभीर अनियमितताएं देखने को मिली हैं, जिनकी जांच जरूरी है। कांग्रेस ने चुनाव आयोग को ज्ञापन सौंपते हुए इन सीटों पर दोबारा चुनाव की मांग की है और ईवीएम की जांच करने व उन्हें सील करने की अपील की है।
कांग्रेस का दावा: चुनाव परिणाम अप्रत्याशित
कांग्रेस का मानना है कि हरियाणा चुनाव के नतीजे अप्रत्याशित हैं और कुछ सीटों पर ईवीएम में गड़बड़ी हो सकती है। हरियाणा कांग्रेस अध्यक्ष उदयभान ने भी अपनी हार के बाद ईवीएम में विसंगतियों पर सवाल उठाए हैं। पार्टी ने आयोग से सात सीटों पर विस्तृत जांच की मांग की है, साथ ही 13 अन्य मुद्दों को भी उठाया है।
अब देखना यह है कि कांग्रेस की इस शिकायत के बाद क्या नायब सिंह सैनी का मुख्यमंत्री पद का शपथ ग्रहण टलेगा या बीजेपी इस मामले से निपटने में सफल होगी।