- हत्या की जिम्मेदारी बिश्नोई गैंग ने ली: एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी की गोली मारकर हत्या के 28 घंटे बाद लॉरेंस बिश्नोई गैंग ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर इस मर्डर की जिम्मेदारी ली। पोस्ट में सलमान खान और दाऊद से जुड़े लोगों को निशाना बनाने की धमकी दी गई थी।
- चार आरोपी शामिल: इस हत्याकांड में चार आरोपी शामिल थे। तीन शूटर और एक व्यक्ति जो उन्हें निर्देश दे रहा था। चौथे आरोपी की पहचान मोहम्मद जीशान अख्तर के रूप में की गई है।
- शूटरों की गिरफ्तारी: तीन शूटरों में से धर्मराज कश्यप (उत्तर प्रदेश, बहराइच) और गुरमेल सिंह (हरियाणा) को गिरफ्तार कर लिया गया है। तीसरा आरोपी शिवकुमार अभी भी फरार है।
- पेपर स्प्रे के साथ आए थे हत्यारे: हमलावर मिर्ची स्प्रे (पेपर स्प्रे) के साथ आए थे ताकि वे गोली मारने से पहले नेता को ‘अंधा’ कर सकें। हालांकि, तीसरे आरोपी शिवकुमार ने बिना स्प्रे का इस्तेमाल किए सीधे फायरिंग शुरू कर दी।
- बाबा सिद्दीकी के पास सीमित सुरक्षा: बाबा सिद्दीकी के पास कोई वर्गीकृत सुरक्षा नहीं थी, हालांकि उन्हें मुंबई पुलिस ने तीन सुरक्षाकर्मी मुहैया कराए थे। घटना के समय एक सुरक्षाकर्मी उनके साथ था।
- गोलियों से हुई मौत: तीन शूटर ऑटो से आए थे और उन्होंने छह राउंड फायर किए। इनमें से तीन गोलियां बाबा सिद्दीकी को लगीं—दो पेट में और एक सीने पर।
- शूटर्स की पहचान: शूटरों में से एक हरियाणा का और दो उत्तर प्रदेश के बहराइच के रहने वाले हैं। तीनों की गतिविधियों पर जांच जारी है।
- मुख्यमंत्रियों की सुरक्षा बढ़ी: इस घटना के बाद मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री और मंत्रियों के घरों की सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। पुलिस की गश्त भी बढ़ाई गई है।
- आरोपियों की जांच: पुलिस शूटरों के पुराने रिकॉर्ड और उनके ठिकानों की जांच कर रही है। साथ ही, उनके मुंबई आने, रुकने और किसी ने शरण दी या नहीं, इसकी भी जांच की जा रही है।
- फाइनेंशियल लिंक: क्राइम ब्रांच यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि हत्या के लिए शूटरों को कितनी राशि दी गई थी और उनके आर्थिक स्रोत क्या थे।