AIN NEWS 1 हैदराबाद: केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू किन्निरापु ने बताया कि आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने राज्य में ड्रोन ऑपरेशंस और हवाईअड्डों के विकास के बारे में सबसे पहले सवाल उठाया। उन्होंने सुझाव दिया कि एक ड्रोन समिट आयोजित की जाए, जो अमरावती में आयोजित की जा सकती है।
चंद्रबाबू नायडू का ध्यान हमेशा राज्य के भविष्य और युवा पीढ़ी पर केंद्रित रहा है। उन्होंने हैदराबाद को एक विश्वस्तरीय शहर में बदलने के लिए नायडू की दृष्टि की प्रशंसा की। मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ही ऐसे नेता हैं जिन्होंने देश और राज्य के विकास के लिए नवीनतम तकनीकों को अपनाया है।
प्रधानमंत्री मोदी का लक्ष्य है कि देश में ड्रोन ऑपरेशंस की संख्या 27,000 से बढ़ाकर 1 लाख की जाए। इसके लिए केंद्र सरकार ने एक विशेष कार्यक्रम शुरू किया है, जिसके तहत महिलाओं को कृषि में सहायता के लिए ड्रोन प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा।
मंत्री ने आगे कहा कि आंध्र प्रदेश को केवल देश में ही नहीं, बल्कि विश्व का ड्रोन हब बनना चाहिए।
ड्रोन समिट का महत्व: ड्रोन समिट के आयोजन से न केवल नई तकनीकों की जानकारी मिलेगी, बल्कि युवाओं को रोजगार के नए अवसर भी प्राप्त होंगे। चंद्रबाबू नायडू की सोच ने राज्य के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है, और इस समिट के जरिए आंध्र प्रदेश एक नई दिशा में बढ़ सकता है।
ड्रोन प्रशिक्षण कार्यक्रम: केंद्र सरकार का ड्रोन प्रशिक्षण कार्यक्रम महिलाओं के लिए विशेष रूप से तैयार किया गया है, ताकि कृषि में उनके योगदान को बढ़ाया जा सके। यह पहल महिलाओं को सशक्त बनाने के साथ-साथ कृषि उत्पादन में भी वृद्धि करेगी।
आगे की दिशा: आंध्र प्रदेश की सरकार ड्रोन टेक्नोलॉजी के उपयोग को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है। मंत्री ने कहा कि यदि राज्य इस दिशा में सही तरीके से कदम बढ़ाता है, तो इसे ड्रोन उद्योग का केंद्र बनने में कोई संदेह नहीं होगा।
इस तरह, आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू का दृष्टिकोण और केंद्र सरकार की योजनाएं मिलकर राज्य को ड्रोन टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में एक नई ऊंचाई पर ले जा सकती हैं।