AIN NEWS 1 दिल्ली: राष्ट्रीय राजधानी में धूल प्रदूषण को कम करने के लिए लोक निर्माण विभाग (PWD) की गाड़ियाँ विभिन्न स्थानों पर पानी का छिड़काव कर रही हैं। यह कदम दिल्ली में वायु गुणवत्ता को सुधारने के उद्देश्य से उठाया गया है।
सीएक्यूएम ने लागू किया स्टेज- II जीआरएपी एक्शन प्लान
केंद्रीय वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (CAQM) ने राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (NCR) में स्टेज-II ग्रेडेड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान (GRAP) को लागू किया है। इस योजना के अंतर्गत, चयनित सड़कों की दैनिक रूप से मशीनों द्वारा सफाई और पानी छिड़काव किया जाएगा।
धूल प्रदूषण की गंभीरता
दिल्ली में वायु प्रदूषण एक गंभीर समस्या बन चुका है, विशेषकर सर्दियों के मौसम में जब हवा में धूल और अन्य प्रदूषक तत्वों का स्तर बढ़ जाता है। धूल के कण न केवल स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होते हैं, बल्कि ये विभिन्न स्वास्थ्य समस्याओं का कारण भी बन सकते हैं।
कार्य योजना के तहत उठाए गए कदम
1. मशीन द्वारा सफाई: चयनित सड़कों की सफाई के लिए विशेष मशीनों का इस्तेमाल किया जा रहा है। ये मशीनें धूल को प्रभावी ढंग से हटाने में मदद करती हैं।
2. पानी का छिड़काव: पानी छिड़कने का कार्य उन स्थानों पर किया जा रहा है जहां धूल के कण अधिक होते हैं। इससे धूल कणों का उड़ना कम होता है और हवा की गुणवत्ता में सुधार होता है।
नागरिकों का सहयोग
सीएक्यूएम ने नागरिकों से भी अपील की है कि वे धूल प्रदूषण को कम करने में सहयोग करें। सड़क पर कचरा न फेंकने, गाड़ियों का सही रखरखाव करने और सार्वजनिक परिवहन का इस्तेमाल करने से प्रदूषण स्तर में कमी लाने में मदद मिलेगी।
निष्कर्ष
धूल प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए यह जल छिड़काव और मशीन सफाई की पहल महत्वपूर्ण है। यदि सभी लोग इस दिशा में जागरूकता फैलाएं और सक्रिय रूप से भाग लें, तो दिल्ली की वायु गुणवत्ता में सुधार संभव है। सरकारी प्रयासों के साथ-साथ नागरिकों की जागरूकता और सहभागिता इस समस्या को हल करने में अहम भूमिका निभा सकती है।