AIN NEWS 1 : ग्रेटर नोएडा में एक प्रॉपर्टी डीलर, संजय यादव, की हत्या का एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है। संजय की मौत मंगलवार रात एक फॉर्च्यूनर कार में आग लगाकर की गई। यह वारदात गाजियाबाद निवासी संजय यादव के साथ हुई, जो सिर्फ चार महीने पहले ही इस कार के मालिक बने थे।
घटना का विवरण
संजय यादव को किसी जानकार के फोन पर रुपये देने के लिए बुलाया गया था। वह दोपहर करीब ढाई बजे घर से निकले, लेकिन रात तक वापस नहीं लौटे। जब परिवार वालों को चिंता हुई, तो उन्होंने रिश्तेदारों और दोस्तों से संपर्क किया, लेकिन संजय के बारे में कोई जानकारी नहीं मिली।
बुधवार तड़के, जब पुलिस ने परिवार को घटना के बारे में सूचित किया, तब परिवार को पता चला कि संजय की हत्या कर दी गई है। ग्रामीणों ने आग की लपटें उठती देख पुलिस को सूचना दी, जिसके बाद दमकल ने आग पर काबू पाया।
शव का अंतिम संस्कार
संजय का शव काफी बुरी तरह जल गया था, जिससे उनकी पहचान करना मुश्किल हो गया। इस कारण उनके शव को सीधे बृजघाट ले जाया गया, और अंतिम संस्कार घर लाने के बजाय वहीं किया गया। संजय के परिवार में गम और गुस्से का माहौल है, और उन्होंने हत्यारों को कड़ी सजा दिलाने की मांग की है।
हत्यारों की पहचान और गिरफ्तारी
परिवार वालों ने संजय की हत्या का आरोप उसके दोस्तों पर लगाया है। पुलिस ने इस मामले में दो लोगों को हिरासत में लिया है और उनसे पूछताछ की जा रही है। प्रारंभिक जांच में यह पता चला है कि संजय का अपने दोस्तों के साथ गहनों को लेकर विवाद चल रहा था, जो इस हत्या का कारण हो सकता है।
पुलिस का कहना है कि मामले की जांच जारी है और जैसे-जैसे जानकारी मिलती जाएगी, अन्य संदिग्धों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
संजय यादव का व्यक्तिगत जीवन
संजय यादव, जिनका पैतृक गांव गौतमबुद्ध नगर के पतवाड़ी में है, छह भाइयों में सबसे छोटे थे। उनकी शादी बागपत की पूनम यादव से हुई थी और उनके एक बेटी और एक बेटा है। संजय ने नेहरू नगर में पांच साल पहले मकान खरीदा था और वे प्रॉपर्टी डीलिंग के क्षेत्र में सक्रिय थे।
संजय का पिता भाटिया मोड़ पर दूध की डेयरी चलाते हैं। परिवार को संजय की हत्या से गहरा आघात लगा है, और वे न्याय की मांग कर रहे हैं।
वारदात की गंभीरता
यह घटना ग्रेटर नोएडा के लिए एक बड़ा सुरक्षा मुद्दा है। स्थानीय लोगों में भय और असुरक्षा का माहौल है। पुलिस अधिकारियों ने वादा किया है कि वे मामले की गंभीरता को समझते हैं और जल्दी ही हत्यारों को पकड़ा जाएगा।
संजय यादव की हत्या ने इस क्षेत्र में अपराध की बढ़ती प्रवृत्ति को उजागर किया है। परिवार और स्थानीय लोग चाहते हैं कि इस मामले में त्वरित और कड़ी कार्रवाई हो।
निष्कर्ष
संजय यादव की जघन्य हत्या ने न केवल उनके परिवार को बर्बाद किया है, बल्कि पूरे समुदाय को हिला कर रख दिया है। सभी की नजर अब पुलिस की कार्रवाई पर है, जो न्याय दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है। समाज में बढ़ते अपराधों पर रोक लगाने के लिए एक ठोस कदम उठाने की आवश्यकता है।