AIN NEWS 1 : नई दिल्ली के सदर बाजार थाने में पुलिस अधिकारियों की लापरवाही के चलते एसएचओ (शासन अधिकारी) को लाइन हाजिर कर दिया गया है। इस कार्रवाई का मुख्य कारण सदर बाजार में एक बेकाबू भीड़ का वायरल वीडियो है, जिसने अधिकारियों का ध्यान आकर्षित किया।
घटना का विवरण
हाल ही में सदर बाजार में हुई एक घटना में पुलिसकर्मियों की लापरवाही को लेकर वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। इस वीडियो के बाद, 12 पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर किया गया था। यह कार्रवाई डीसीपी नॉर्थ के आदेश पर की गई थी, जिसमें ये पुलिसकर्मी बीट नंबर-1 और बीट नंबर-2 में तैनात थे।
SHO की लापरवाही
हालांकि, सदर बाजार थाने के एसएचओ ने इन 12 पुलिसवालों को कुछ ही घंटों में वापस उनकी बीट पर तैनात कर दिया। इससे अधिकारियों में नाराजगी बढ़ गई, क्योंकि यह आदेश डीसीपी की शर्तों के खिलाफ था। अधिकारियों ने एसएचओ को निर्देश दिया था कि वे इन पुलिसवालों को दूसरी ड्यूटी पर लगाएं, लेकिन उन्होंने इसे अनदेखा किया।
मीडिया का हस्तक्षेप
इस पूरे मामले का खुलासा सान्ध्य टाइम्स की एक रिपोर्ट के जरिए हुआ, जिससे मामला और गंभीर हो गया। रिपोर्ट में बताया गया कि पुलिस थाने की जानकारी मीडिया में लीक हो गई थी, जिससे थाने के भीतर असंतोष बढ़ गया। इस स्थिति का फायदा उठाते हुए मार्केट एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने भी एसएचओ के खिलाफ शिकायत की।
परिणाम
इन घटनाओं के चलते, एसएचओ को अंततः लाइन हाजिर कर दिया गया। अब यह चर्चा का विषय है कि क्या पहले लाइन हाजिर हुए पुलिसकर्मियों की तरह एसएचओ की भी वापसी होगी या नहीं। अधिकारियों का मानना है कि इस लापरवाही के कारण थाने के माहौल में खटास आ गई है, और पुलिसकर्मियों के दो धड़ों में विभाजन हो गया है।
इस मामले ने दिखा दिया है कि जब तक पुलिस अधिकारी अपने दायित्वों का सही तरीके से पालन नहीं करते, तब तक ऐसी लापरवाहियों के परिणाम गंभीर हो सकते हैं।
सदर बाजार थाने की यह घटना न केवल पुलिस विभाग की छवि पर सवाल उठाती है, बल्कि यह भी दर्शाती है कि मीडिया की भूमिका कितनी महत्वपूर्ण होती है जब बात जनहित से जुड़ी होती है।