Ainnews1.com:– एक पेड़ होता हैं चंदन का,जो कि काफी महंगा बेचा जाता है। इसे लगाकर के लोग करोड़ों रुपए की कमाई कर सकते हैं। चंदन का पेड़ खरीदने के लिए सरकार ने रोक लगा रखी है। इसीलिए सरकार ही किसानों से इन पेड़ को खरीद लेती है। लेकिन कुछ किसान ऐसे भी हैं जो केवल खेती करके ही लाखों और करोड़ों रुपए कमाते हैं। ऐसे किसान खेती की पारंपरिक तरीके से हटकर के किसानी करने का चुनाव करते हैं
और इससे अच्छा पैसा पाते हैं। यह किसान इस तरह के फसल को चुनते हैं जिनसे बेहतर कमाई हो सके।इसे पारंपरिक तरीके से उगाने में 20 से 25 साल का समय लगता है। चंदन का पेड़ शुरुआत के दिनों में बढ़ने लगता है तब फसल पर जानवरों द्वारा हमले का खतरा भी बनता है। इसीलिए इस पेड़ को सुरक्षित रखने की भी आवश्यकता होती है। चंदन का पेड़ बर्फीले एवं रेतीले क्षेत्रों के अतिरिक्त कहीं भी बेहतर तरीके से उगाया जाता है। चंदन इत्र एवं आयुर्वेदिक दवाएँ बनाने के लिए भी उपयोग में लिया जाता है।चंदन के पेड़ दो तरीके से लगाए जाते हैं। इसे लगाने का एक तरीका जैविक है और एक पारंपरिक है। चंदन के पेड़ को जैविक तरीके से उगाने के लिए लगभग 10 से 15 साल का समय लग जाता है।अंतरराष्ट्रीय बाज़ार में चंदन की मांग बहुत ज्यादा होती है। लेकिन दुनिया भर में चंदन का जितना उत्पादन होता है उससे दुनिया भर में चंदन की डिमांड पूरी नहीं हो पाती। इसीलिए चंदन की कीमत काफी ज्यादा बढ़ी है। यदि आप चंदन की खेती में निवेश करते हैं तो इसमें कई गुना ज्यादा पैसे आप कमा सकते हैं। जब चंदन के पेड़ को लगे 8 साल का समय बीत जाता है तब यह मजबूती पाने लगता है। इसे लगाने के 12 से 15 साल के बाद यह पेड़ कटाई के लिए पूरी तरीके से तैयार हो जाते है। चंदन के पेड़ के बड़े हो जाने के बाद किसान प्रत्येक वर्ष 15 से 20 किलो लकड़ी एक पेड़ से प्राप्त कर पाता है।
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यह लकड़ी 3 से 7 हजार प्रति किलो के भाव से बाज़ार में बिक जाती है। कभी-कभी चंदन के पेड़ की लकड़ी 10000 प्रति किलो के भाव से भी बिकती है।1 हेक्टेयर चंदन की खेती करने में 3000000 रूपये की लागत लगती है और इससे सवा करोड रुपए से लेकर के डेढ़ करोड़ रुपए तक की कमाई होती है।