AIN NEWS 1: उत्तर प्रदेश में इस बार बकरीद (ईद-उल-अजहा) को लेकर बेहद कड़े सुरक्षा इंतजाम किए गए हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देशों के बाद प्रदेश के नए पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) राजीव कृष्ण ने भी अधिकारियों को सख्त हिदायतें दी हैं कि बकरीद पर किसी भी नई परंपरा की शुरुआत नहीं होने दी जाएगी।
सभी पुलिस अधिकारियों को भेजा गया सख्त आदेश
डीजीपी ने अपने आदेशों में यह साफ किया है कि प्रदेश भर के सभी जोनल एडीजी, आईजी, डीआईजी, पुलिस आयुक्त, एसएसपी और एसपी इस बात को सुनिश्चित करें कि बकरीद पर पारंपरिक नियमों के अतिरिक्त कुछ नया न किया जाए।
क्या कहा गया है एक्शन रिपोर्ट में?
डीजीपी की तरफ से गुरुवार को जारी एक्शन रिपोर्ट में कई अहम बातें कही गई हैं:
हर थाने में त्योहार रजिस्टर और रजिस्टर नंबर-8 की प्रविष्टियों की जांच कर यह सुनिश्चित किया गया कि कोई नई परंपरा शुरू न हो।
धार्मिक गुरुओं, पीस कमेटी, सिविल डिफेंस और आम नागरिकों के साथ समन्वय बैठकों का आयोजन किया गया।
पिछले वर्षों में बकरीद पर हुई घटनाओं की समीक्षा की गई और विवादों की स्थिति की जानकारी लेकर निरोधात्मक कार्रवाई की गई है।
कुर्बानी को लेकर खास निर्देश
नई परंपरा की अनुमति नहीं दी जाएगी।
प्रतिबंधित पशुओं की कुर्बानी पर सख्ती से रोक लगाई गई है।
कुर्बानी के बाद पशु अवशेषों के निस्तारण के लिए नगर निगम और संबंधित विभागों को निर्देश जारी किए गए हैं।
सुरक्षा और निगरानी के बड़े इंतजाम
धार्मिक स्थलों के आसपास गश्त को और मजबूत किया गया है।
सुबह की चेकिंग पार्टी और पोस्टर पार्टी भेजी गई हैं, ताकि किसी भी आपत्तिजनक सामग्री को हटाया जा सके।
साम्प्रदायिक तत्वों की सूची को अपडेट कर, उनके खिलाफ कार्रवाई की गई है।
साम्प्रदायिक विवादों से जुड़े मामलों का कानूनी समाधान कराया गया है।
संवेदनशील स्थानों की पहचान और बल की तैनाती
2623 संवेदनशील स्थानों (हॉटस्पॉट्स) को चिन्हित किया गया है।
2134 QRT टीमें बनाई गई हैं, जिनके पास दंगा निरोधी उपकरण हैं और इन्हें स्ट्रैटेजिक जगहों पर तैनात किया गया है।
यूपी-112 पीआरवी वाहनों के रूट को फिर से तय कर बेहतर रिस्पॉन्स टाइम सुनिश्चित किया गया है।
फुट पेट्रोलिंग में वृद्धि कर वरिष्ठ अधिकारियों को भी शामिल किया गया है।
सोशल मीडिया पर निगरानी
सोशल मीडिया और अन्य स्रोतों से अफवाह फैलाने वालों पर कड़ी नजर रखी जा रही है।
भड़काऊ, आपत्तिजनक और धार्मिक भावनाएं आहत करने वाली पोस्ट करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा रही है।
व्यापक पैमाने पर बैठकें और बल तैनात
अब तक 1178 पीस कमेटी/धर्मगुरुओं/शांति समितियों के साथ बैठकें की गई हैं।
मुख्यालय स्तर से विभिन्न जनपदों में 2 अपर पुलिस अधीक्षक, 6 डिप्टी एसपी, 51 पीएसी कंपनियां और 3 आरआरएफ कंपनियां भेजी गई हैं।
उत्तर प्रदेश सरकार और पुलिस प्रशासन ने यह स्पष्ट कर दिया है कि बकरीद के त्योहार को परंपरागत और शांतिपूर्ण तरीके से ही मनाया जाए। किसी भी प्रकार की नई परंपरा या अशांति को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। डीजीपी राजीव कृष्ण और उनकी टीम की यह सख्ती, त्योहार को सौहार्दपूर्ण वातावरण में सम्पन्न कराने की दिशा में एक अहम कदम है।
In preparation for Bakrid 2025, Uttar Pradesh Police under the leadership of new DGP Rajeev Krishna has implemented strict security and law enforcement protocols across the state. Emphasizing that no new traditions are to be allowed during the festival, the UP Police has organized 1178 peace committee meetings and deployed 2134 Quick Response Teams (QRTs). These measures, as directed by CM Yogi Adityanath, aim to maintain communal harmony and ensure peaceful Bakrid celebrations throughout Uttar Pradesh.