AIN NEWS 1: हरियाणा विधानसभा चुनाव में गड़बड़ियों को लेकर कांग्रेस पार्टी की ओर से की गई शिकायतों पर चुनाव आयोग के जवाब को लेकर विवाद बढ़ता जा रहा है। कांग्रेस का आरोप है कि चुनाव आयोग ने उनकी शिकायतों की समुचित जांच करने के बजाय अपने आपको ‘क्लीन चिट’ दे दी है, और यह जवाब स्थिति को स्पष्ट करने की बजाय और उलझाने वाला है।
कांग्रेस ने आयोग के जवाब पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “हम पहले से ही यह उम्मीद कर रहे थे कि चुनाव आयोग हमारे द्वारा की गई शिकायतों की जांच के बाद खुद को निर्दोष बताएगा। हमने शिकायतें उठाई थीं कि ईवीएम मशीनों में बैटरी की स्थिति बार-बार बदल रही थी, जिससे चुनाव की निष्पक्षता पर सवाल उठते हैं। परन्तु आयोग ने इस मुद्दे पर साफ-साफ जवाब देने की बजाय एक ऐसा उत्तर दिया है, जो सिर्फ भ्रम पैदा करता है।”
कांग्रेस की मुख्य आपत्तियां और चुनाव आयोग का जवाब
कांग्रेस ने चुनाव के दौरान कई मुद्दों को लेकर चुनाव आयोग से शिकायत की थी। इन शिकायतों में खासतौर पर इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) की बैटरी का बार-बार बदलना शामिल था। कांग्रेस ने कहा कि बैटरी की स्थिति में बार-बार बदलाव होना असामान्य है और इससे वोटिंग प्रक्रिया पर संदेह उत्पन्न होता है।
चुनाव आयोग की ओर से कांग्रेस की इन शिकायतों का जवाब दिया गया, जिसमें उन्होंने ईवीएम की तकनीकी कार्यप्रणाली के सामान्य बिंदुओं को साझा किया, परंतु कांग्रेस की विशेष शिकायतों पर कोई स्पष्ट जवाब नहीं दिया गया। कांग्रेस का कहना है कि यह एक औपचारिक जवाब है जो उनकी शिकायतों का हल निकालने के बजाय सिर्फ उनकी बातों को कम आंकने का प्रयास है।
कांग्रेस का आरोप: “असली मुद्दों से ध्यान हटाने का प्रयास”
कांग्रेस ने चुनाव आयोग के जवाब को लेकर कहा कि आयोग का जवाब मुख्य मुद्दों से भटकाने वाला है। उन्होंने आरोप लगाया कि जहां उनके सवाल स्पष्ट और विशेष थे, वहीं आयोग का जवाब सामान्य और गुमराह करने वाला था। कांग्रेस का कहना है कि चुनाव आयोग ने उनकी शिकायतों का सार्थक उत्तर देने के बजाय, सिर्फ उन तकनीकी तथ्यों की चर्चा की जो पहले से ही जनता को ज्ञात हैं। इस तरह के जवाब से आयोग का असल उद्देश्य, शिकायतों की गंभीरता को कम करना और जनता के मन में उठ रहे सवालों को दबाना प्रतीत होता है।
चुनाव आयोग के जवाब से असंतोष
कांग्रेस ने यह भी कहा कि चुनाव आयोग की जिम्मेदारी केवल यह बताना नहीं है कि मशीनें कैसे काम करती हैं, बल्कि जनता और राजनीतिक दलों की शिकायतों का स्पष्ट और संतोषजनक उत्तर देना है। उन्होंने कहा कि आयोग का उत्तर उनके मुद्दों के समाधान की दिशा में कोई मदद नहीं करता, बल्कि सिर्फ औपचारिकताओं का पालन भर करता है।
कांग्रेस का कहना है कि चुनाव आयोग को इस तरह की महत्वपूर्ण शिकायतों को हल्के में लेने की बजाय उनकी गंभीरता को समझना चाहिए था और उचित जांच कर स्पष्ट जवाब देना चाहिए था।