AIN NEWS 1: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दीपावली के दिन एक ऐसा बयान दिया, जिसने न केवल उत्तर प्रदेश, बल्कि दिल्ली और बिहार में भी सियासी हलचल मचा दी है। यह घटना वनटांगिया गांव, तिकोनिया नंबर तीन में हुई, जहां सीएम योगी ने विभिन्न ग्राम पंचायतों के लिए 185 करोड़ रुपये की 74 विकास परियोजनाओं का लोकार्पण किया। उनके इस बयान के बाद विपक्षी दलों ने विरोध दर्ज कराया है।
सीएम योगी ने अपने संबोधन में कहा, “हमें बांटने वाली ताकतों से सतर्क रहना होगा। अगर हम इन ताकतों के धोखे में आकर मौका दे देते हैं, तो ये फिर से गुंडागर्दी, अराजकता और दंगा कराने का काम करेंगे।” उन्होंने कहा कि आज कोई जाति, क्षेत्र या भाषा के नाम पर समाज को बांट रहा है। ऐसे लोगों का डीएनए रावण और दुर्योधन से मिलता है।
योगी ने यह भी कहा कि जो सुरक्षा में सेंध लगाएगा, वह अंततः कानून के हाथों सजा पाएगा। उन्होंने हनुमान जी द्वारा लंका दहन का उदाहरण देते हुए कहा कि सभी को बजरंग बली बनना चाहिए और आदर्श राष्ट्रभक्त बनना चाहिए।
सीएम के इस बयान पर राजद नेता मृत्युंजय तिवारी ने प्रतिक्रिया दी, “योगी जी सही कह रहे हैं कि जो बांटने और काटने की राजनीति कर रहे हैं, उनमें दुर्योधन, रावण और दुशासन का डीएनए है।” कांग्रेस नेता राशिद अल्वी ने भी इस पर सवाल उठाते हुए पूछा कि योगी जी का नारा “बटोगे तो काटोगे” क्या है।
योगी का यह बयान राजनीतिक बयानों के बीच चर्चा का विषय बन गया है। उन्होंने यह भी कहा कि अगर देश के दुश्मन सफल नहीं हो पा रहे हैं, तो वे देश के अंदर विभेद पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने सभी से अपील की कि वे देश के दुश्मनों को उसी की भाषा में जवाब दें।
उनके बयान ने एक बार फिर सियासत में गर्माहट पैदा कर दी है, क्योंकि विपक्ष इसे अपने तरीके से भुना रहा है। इस बयान ने भाजपा के सियासी दांवपेंचों को भी एक नया मोड़ दिया है।
इस प्रकार, योगी आदित्यनाथ का बयान न केवल उत्तर प्रदेश में बल्कि देशभर में राजनीतिक माहौल को गर्म कर रहा है। यह देखना होगा कि विपक्ष इसके खिलाफ किस तरह की रणनीति अपनाता है और क्या यह बयान आगामी चुनावों पर प्रभाव डालता है।