AIN NEWS 1 पटना, बिहार: झारखंड विधानसभा चुनाव 2024 को लेकर भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने अपना घोषणा पत्र जारी किया है। इस पर राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के नेता मृत्युंजय तिवारी ने प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने BJP के घोषणा पत्र को “झुमला पत्र” करार देते हुए पार्टी की नीतियों पर सवाल उठाए हैं।
मृत्युंजय तिवारी ने कहा, “जहाँ भी BJP अपने घोषणा पत्र की घोषणा करती है, वह हमेशा ‘झुमला पत्र’ साबित होता है।” उनका कहना था कि BJP ने झारखंड में लंबे समय तक शासन किया, लेकिन राज्य को क्या दिया? उन्होंने BJP की सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि पार्टी झारखंड में विफल हो रही है।
RJD नेता ने कहा, “BJP ने झारखंड के विकास के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाए हैं। यहाँ के लोगों की मूलभूत आवश्यकताओं की अनदेखी की गई है।” तिवारी ने यह भी बताया कि झारखंड के लोग अब BJP के झूठे वादों से थक चुके हैं और वे अब बदलाव की मांग कर रहे हैं।
तिवारी ने यह भी विश्वास जताया कि INDIA गठबंधन झारखंड में सरकार बनाएगा। उन्होंने कहा, “हमारा गठबंधन मजबूत है और हम झारखंड के लोगों के लिए एक नई दिशा देने के लिए प्रतिबद्ध हैं।” उनके अनुसार, झारखंड के विकास के लिए सही नीतियों और योजनाओं की आवश्यकता है, जो कि BJP ने नहीं दी हैं।
BJP के शासन में झारखंड में विभिन्न मुद्दों पर असंतोष बढ़ता जा रहा है। तिवारी ने कहा कि स्थानीय मुद्दों पर ध्यान नहीं देने से जनता में नाराजगी बढ़ी है। उन्होंने यह भी बताया कि किसानों की स्थिति, शिक्षा, स्वास्थ्य, और रोजगार के मुद्दे पर BJP की नीतियाँ असफल रही हैं।
मृत्युंजय तिवारी ने कहा, “हमारी पार्टी झारखंड के लोगों के हक के लिए लड़ाई लड़ने के लिए तैयार है। हमें विश्वास है कि लोग हमारे साथ आएंगे और सही सरकार का चुनाव करेंगे।” उन्होंने झारखंड के विकास के लिए RJD की योजनाओं का भी उल्लेख किया और कहा कि उनकी पार्टी लोगों के हितों को प्राथमिकता देती है।
BJP के घोषणापत्र की आलोचना करते हुए, उन्होंने यह भी कहा कि झारखंड की जनता अब BJP के बहकावे में नहीं आएगी। RJD नेता ने जनता से अपील की कि वे अपने अधिकारों के लिए जागरूक रहें और सही उम्मीदवार का चयन करें।
आगामी चुनावों में झारखंड की राजनीति में जोश देखने को मिल रहा है। RJD के नेता मृत्युंजय तिवारी का मानना है कि INDIA गठबंधन लोगों की आकांक्षाओं को पूरा कर सकता है। चुनाव के नजदीक आते ही राजनीतिक बयानबाजी तेज होती जा रही है, और सभी दल अपने-अपने एजेंडे के साथ जनता के बीच जा रहे हैं।
तिवारी के बयान से यह स्पष्ट है कि झारखंड की राजनीतिक परिस्थितियाँ काफी संवेदनशील हैं और आगामी चुनाव में जनता की आवाज़ सुनने के लिए सभी पार्टियों को सचेत रहना होगा।