AIN NEWS 1 नई दिल्ली: हाल ही में कनाडा में एक हिंदू मंदिर पर हुए हमले और इस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ट्वीट के बाद कांग्रेस नेता उदित राज ने इस घटना पर चिंता जताई। उन्होंने इसे न केवल कनाडा बल्कि भारत और कनाडा के संबंधों के लिए भी एक गंभीर मामला बताया। उदित राज का कहना है कि यह सिर्फ कनाडा तक सीमित नहीं है, इससे पहले ब्रिटेन और ऑस्ट्रेलिया में भी इसी प्रकार की घटनाएं हुई हैं। जो वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आए हैं, वे वास्तव में चिंताजनक हैं और इन घटनाओं का असर भारत की वैश्विक छवि पर पड़ सकता है।
“कनाडा में भारत की राजनीति की झलक दिख रही है”
उदित राज ने कहा, “कनाडा में इस प्रकार की घटनाएं भारतीय राजनीति का प्रभाव दिखाती हैं। यह बहुत ही गंभीर मामला है क्योंकि ऐसा नहीं होना चाहिए कि वहां रहने वाले कनाडाई नागरिक, जो भारत से वहां गए हैं, किसी विशेष प्रकार की राजनीति से प्रभावित हों। वहाँ के सभी भारतीय हैं, और वे आपसी सौहार्द्र बनाए रखें।”
उन्होंने कहा कि कनाडा में भारतीय समुदाय के बीच “बांटेंगे तो काटेंगे” जैसे नारे लग रहे हैं, जो कि भारत में कुछ इलाकों में धार्मिक और सांप्रदायिक विभाजन का प्रतीक बन गए हैं। उदित राज ने इस प्रकार की नफरत फैलाने वाली राजनीति के कनाडा में प्रवेश करने पर चिंता जताई और सवाल उठाया कि “क्या वे कनाडा को उत्तर प्रदेश बनाना चाहते हैं?”
ट्रूडो सरकार की कमजोरी और भारतीय कूटनीति पर सवाल
उदित राज ने कनाडा की प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो की सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि उनकी सरकार एक बड़े समुदाय की रक्षा करने में असफल हो रही है। उन्होंने ट्रूडो प्रशासन की नीतियों और उनकी कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए कहा कि इन घटनाओं पर उचित कार्रवाई न किए जाने से समुदाय की सुरक्षा को खतरा बढ़ गया है। “ट्रूडो सरकार में कुछ कमजोरियां हैं, और वह वहां एक बड़े समुदाय की सुरक्षा सुनिश्चित नहीं कर पा रही है,” उन्होंने कहा।
उदित राज ने इस घटना को भारत के लिए भी एक कूटनीतिक विफलता करार दिया। उनका मानना है कि भारत सरकार को इस मामले पर कूटनीतिक स्तर पर और सक्रियता से कार्रवाई करनी चाहिए। “हम वैश्विक स्तर पर बढ़ रहे हैं, हमारे छात्र और पेशेवर विदेशों में जा रहे हैं। इस प्रकार की घटनाओं से भारत की छवि पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है,” उन्होंने कहा।
भारतीय छात्रों और प्रवासियों पर खतरा
कनाडा में बढ़ती हिंसा और सांप्रदायिक तनाव को लेकर उदित राज ने भारतीय छात्रों और प्रवासियों की सुरक्षा पर भी चिंता जताई। उन्होंने कहा कि अगर इन घटनाओं पर जल्द ही रोक नहीं लगाई गई तो इसका असर न केवल भारत की छवि पर पड़ेगा बल्कि उन छात्रों और पेशेवरों पर भी होगा जो कनाडा में पढ़ाई और काम करने के लिए गए हैं। उन्होंने कहा, “हमें यह समझना होगा कि ऐसी घटनाओं से न केवल हमारी छवि खराब हो रही है बल्कि प्रवासियों की सुरक्षा पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं।”
निष्कर्ष
कांग्रेस नेता उदित राज के इस बयान से स्पष्ट है कि वह कनाडा में हिंदू मंदिर पर हुए हमले को लेकर न केवल ट्रूडो सरकार बल्कि भारत सरकार की कूटनीतिक भूमिका पर भी सवाल उठा रहे हैं। उनका मानना है कि दोनों देशों की सरकारों को इस मामले में सख्त कार्रवाई करनी चाहिए ताकि भारत-कनाडा संबंधों पर इसका नकारात्मक प्रभाव न पड़े और वहां रह रहे भारतीयों की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके।