AIN NEWS 1 नई दिल्ली: राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार, अजित के. दोवाल के निमंत्रण पर, नाइजीरिया के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार, नuhu रिबादु ने 4-5 नवंबर 2024 को नई दिल्ली का दौरा किया। इस दौरान भारत और नाइजीरिया के बीच द्वितीय रणनीतिक और आतंकवाद निरोधक संवाद का आयोजन किया गया।
संवाद का उद्देश्य
यह संवाद भारत और नाइजीरिया के बीच सुरक्षा सहयोग को मजबूत करने का एक महत्वपूर्ण अवसर है। दोनों देशों ने इस वार्ता के दौरान आतंकवाद, संगठित अपराध और अन्य सुरक्षा चुनौतियों का सामना करने के लिए अपने विचारों का आदान-प्रदान किया। इस बैठक का मुख्य उद्देश्य दोनों देशों के बीच आपसी सहयोग को बढ़ावा देना और वैश्विक सुरक्षा के मुद्दों पर सामूहिक प्रयास करना है।
बैठक का महत्व
भारत और नाइजीरिया, दोनों ही देश विभिन्न प्रकार की सुरक्षा चुनौतियों का सामना कर रहे हैं। इस वार्ता के माध्यम से दोनों देशों ने अपने अनुभवों और नीतियों को साझा किया, जिससे उन्हें अपने-अपने क्षेत्रों में सुरक्षा को बढ़ाने में मदद मिल सके। नाइजीरिया, जो पश्चिम अफ्रीका में आतंकवाद से प्रभावित है, ने भारत के अनुभवों से सीखने की इच्छा जताई है, विशेषकर आतंकवाद और साइबर सुरक्षा के क्षेत्र में।
सहयोग की दिशा
बैठक में सुरक्षा, रक्षा और आतंकवाद निरोधक सहयोग को बढ़ाने के लिए ठोस कदम उठाने पर चर्चा की गई। दोनों पक्षों ने एक दूसरे के साथ जानकारियों का आदान-प्रदान करने और संयुक्त अभियानों की संभावना पर विचार किया। इसके अलावा, भारत ने नाइजीरिया को विभिन्न सुरक्षा प्रशिक्षण कार्यक्रमों में भागीदारी के लिए आमंत्रित किया, जिससे नाइजीरियाई सुरक्षा बलों को आधुनिक तकनीकों और रणनीतियों से लैस किया जा सके।
नाइजीरिया की प्रतिक्रिया
निहु रिबादु ने भारत के साथ सहयोग बढ़ाने की आवश्यकता को रेखांकित किया और कहा कि उनकी सरकार भारत के अनुभवों से सीखने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने भारत के साथ अपने संबंधों को और मजबूत करने के लिए उत्सुकता व्यक्त की।
निष्कर्ष
भारत और नाइजीरिया के बीच द्वितीय रणनीतिक और आतंकवाद निरोधक संवाद ने दोनों देशों के लिए सुरक्षा सहयोग को बढ़ाने का एक महत्वपूर्ण अवसर प्रदान किया है। यह बैठक न केवल आतंकवाद के खिलाफ एकजुटता को दर्शाती है, बल्कि दोनों देशों के बीच विश्वास और सहयोग को भी बढ़ावा देती है। अब देखना यह है कि दोनों देश इस दिशा में कितनी तेजी से आगे बढ़ते हैं और कैसे संयुक्त प्रयासों के माध्यम से सुरक्षा चुनौतियों का सामना करते हैं।