AIN NEWS 1 नागपुर, महाराष्ट्र: लोकसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने ‘संविधान सम्मान सम्मेलन’ में बोलते हुए भाजपा और आरएसएस पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि संविधान पर हमला करना केवल एक किताब पर हमला नहीं है, बल्कि यह भारत की आवाज़ पर हमला है।
राहुल गांधी ने सभा को संबोधित करते हुए कहा, “आरएसएस और भाजपा के लोग जब संविधान पर हमला करते हैं, तो वे केवल संविधान पर ही नहीं बल्कि भारत के हर नागरिक की आवाज़ पर हमला कर रहे हैं। हमारे सभी संस्थान संविधान से बने हैं। अगर संविधान नहीं रहेगा, तो चुनाव आयोग और न्यायपालिका जैसे संस्थान भी नहीं रहेंगे।”
राहुल ने आरोप लगाया कि आरएसएस संविधान पर सीधे हमला नहीं कर सकती क्योंकि अगर वे सामने से लड़ाई करेंगे, तो पांच मिनट में हार जाएंगे। उन्होंने कहा, “आरएसएस और भाजपा संविधान के खिलाफ लड़ाई सीधे नहीं कर सकते, इसलिए वे ‘विकास’, ‘प्रगति’ और ‘अर्थव्यवस्था’ जैसे शब्दों का सहारा लेकर संविधान पर हमला करते हैं।”
राहुल गांधी ने संविधान के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि यह भारत के सभी नागरिकों को एक समान अधिकार और पहचान देता है। उन्होंने कहा कि संविधान से ही भारत की पहचान, उसकी संस्थाओं और उसकी व्यवस्था का निर्माण होता है। बिना संविधान के न तो लोकतंत्र होगा और न ही चुनाव कराने की प्रक्रिया सुरक्षित रहेगी।
राहुल गांधी ने लोगों को सतर्क करते हुए कहा कि संविधान की रक्षा करना हर भारतीय का कर्तव्य है। उन्होंने अपने संबोधन में आरएसएस और भाजपा के कथित प्रयासों पर भी सवाल उठाए, जो वे संविधान को कमज़ोर करने के लिए कर रहे हैं।
राहुल गांधी का यह बयान ऐसे समय में आया है जब देश में संविधान की सुरक्षा और लोकतंत्र की मजबूती पर कई मुद्दों को लेकर सवाल उठाए जा रहे हैं।