AIN NEWS 1 | ऑपरेशन सिंदूर को एक महीना पूरा होने पर आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने केंद्र सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर कई तीखे सवाल दागे हैं।
शनिवार, 7 जून को संजय सिंह ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर का उद्देश्य वोट बैंक की राजनीति नहीं था, बल्कि आतंक के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई था। उन्होंने यह भी जोड़ा कि सरकार ने साफ कर दिया है कि ऑपरेशन अभी जारी है, लेकिन पहल्गाम हमले के गुनहगार अब तक न तो पकड़े गए हैं, न मारे गए हैं।
POK कब्जा करने का सुनहरा मौका गंवा दिया गया
संजय सिंह ने आगे कहा कि ऑपरेशन का मकसद पीओके पर नियंत्रण और 21 आतंकी ठिकानों को पूरी तरह खत्म करना था। लेकिन प्रधानमंत्री ने यह मौका डोनाल्ड ट्रंप के दबाव में गंवा दिया। उन्होंने आरोप लगाया कि ट्रंप ने कई बार खुद स्वीकारा कि भारत को सीजफायर के लिए मजबूर किया गया।
प्रधानमंत्री जवाब क्यों नहीं दे रहे?
उन्होंने संसद में विशेष सत्र की मांग को लेकर भी सवाल उठाया और कहा कि अगर सेना प्रमुख सीडीएस यह सवाल उठा रहे हैं कि विमान क्यों गिरा, तो इसका जवाब प्रधानमंत्री को देना चाहिए। उन्होंने पूछा, “सदन में आकर जवाब देने में क्या परेशानी है?”
‘सर्वदलीय बैठक छोड़, रैलियों में व्यस्त पीएम’
संजय सिंह ने यह भी आरोप लगाया कि पीएम मोदी सर्वदलीय बैठक में नहीं आए, बल्कि बिहार, आंध्र प्रदेश और फिल्मी सितारों के बीच जाकर रैलियां और कार्यक्रम करते रहे। उन्होंने कहा कि ऐसे गंभीर मुद्दों पर जवाबदेही से बचना ठीक नहीं है।
On the one-month anniversary of Operation Sindoor, AAP MP Sanjay Singh launched a scathing attack on Prime Minister Narendra Modi, alleging that he missed a golden opportunity to capture POK and destroy 21 terrorist bases. Singh accused Modi of succumbing to Donald Trump’s pressure to enforce a ceasefire. He also questioned the lack of accountability over the Pahalgam terror attack, the downing of military aircraft, and Modi’s absence from the all-party meeting, while being active in election rallies. The incident has reignited debates over India’s security policy and the true outcomes of Operation Sindoor.