AIN NEWS 1 | छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश के बॉर्डर पर स्थित एक गांव में इंसान और भालू के बीच अनोखा रिश्ता देखने को मिल रहा है। भरतपुर ब्लॉक के उचेहरा गांव के इस मामले का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें दिखता है कि बाबा की आवाज पर भालू का पूरा परिवार उनकी कुटिया में पहुंच जाता है। आइए जानते हैं, इसके पीछे की पूरी कहानी।
बाबा और भालुओं का खास रिश्ता
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— Sambhava (@isambhava) November 7, 2024
यहां एक बाबा जंगल में अपनी कुटिया में पूजा-पाठ करते हैं, और हर दिन भालू का पूरा परिवार उनसे मिलने आता है। बाबा इन भालुओं को अपने हाथों से प्रसाद खिलाते हैं। उन्हें प्यार से “सीताराम चुन्नू-मुन्नू” नामों से पुकारा जाता है। इस अनोखी दोस्ती के चलते अब लोग भी दूर-दूर से बाबा और भालुओं को देखने के लिए आने लगे हैं। आमतौर पर लोग भालू को खतरनाक मानते हैं, लेकिन बाबा उन्हें प्रसाद और भोजन अपने हाथों से खिलाते हैं, और भालू भी उनकी उपस्थिति में आराम महसूस करते हैं।
पांच साल से बरकरार है यह परंपरा
बाबा और भालुओं के बीच यह रिश्ता करीब पांच साल से बना हुआ है। बाबा की आवाज सुनते ही भालू उनके पास चले आते हैं। भोजन करने के बाद वे जंगल की ओर लौट जाते हैं। विशेष बात यह है कि जब बाबा पूजा करते हैं, तो भालू भी शांत होकर कथा सुनते हैं। छत्तीसगढ़ के इस गांव के अलावा मनेंद्रगढ़ जिले के जनकपुर के चांग देवी मंदिर में भी भालू माता के दर्शन करने पहुंचते हैं और प्रसाद ग्रहण करके वापस चले जाते हैं।
यह अनोखी घटना इंसानों और जंगली जानवरों के बीच के रिश्ते को लेकर एक नई उम्मीद जगाती है, जहाँ दोनों एक दूसरे की उपस्थिति में सहज महसूस करते हैं।