AIN NEWS 1: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अनुच्छेद 370 पर अपनी सख्त राय रखते हुए कहा है कि इसे जम्मू-कश्मीर में फिर से लागू करने की कोशिश करने वालों के लिए कोई जगह नहीं है। प्रधानमंत्री ने स्पष्ट संदेश देते हुए कहा, “दुनिया की कोई ताकत अनुच्छेद 370 को वापस नहीं ला सकती।” उनके इस बयान ने देशभर में राजनीतिक हलचल पैदा कर दी है।
मुख्य बातें:
1. अनुच्छेद 370 का इतिहास और हटाने का महत्व
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि अनुच्छेद 370, जो जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा प्रदान करता था, उसे उनकी सरकार ने 2019 में हटा दिया और इसे हमेशा के लिए समाप्त कर दिया है। मोदी ने बताया कि इस कदम ने जम्मू-कश्मीर को विकास और समानता की ओर अग्रसर किया है।
2. अनुच्छेद 370 की वापसी पर प्रधानमंत्री का रुख
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने भाषण में उन लोगों को कड़ी चेतावनी दी जो अनुच्छेद 370 की वापसी की बात कर रहे हैं। उन्होंने कहा, “कुछ लोग जो सपना देख रहे हैं कि वो इसे फिर से लागू करेंगे, उन्हें साफ शब्दों में सुन लेना चाहिए कि यह सपना कभी पूरा नहीं होगा।”
3. विरासत और बलिदान का जिक्र
मोदी ने अपने भाषण में इस बात का भी जिक्र किया कि यह निर्णय केवल एक राजनीतिक कदम नहीं था, बल्कि इसके लिए कई लोगों ने अपने प्राणों की आहुति दी है। उन्होंने कहा, “यह मामूली विरासत नहीं है, इसके लिए कई बलिदान दिए गए हैं। हमने अनुच्छेद 370 की दीवार को कब्रिस्तान में दफन कर दिया है।”
4. आगे का रास्ता
प्रधानमंत्री ने देश को यह भी आश्वासन दिया कि जम्मू-कश्मीर के विकास और वहां के लोगों की उन्नति के लिए उनकी सरकार निरंतर कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि अनुच्छेद 370 को हटाने के बाद जम्मू-कश्मीर में शिक्षा, स्वास्थ्य, और रोजगार के क्षेत्र में बड़े सुधार हुए हैं।
निष्कर्ष:
प्रधानमंत्री मोदी के इस बयान ने स्पष्ट कर दिया है कि अनुच्छेद 370 की वापसी का मुद्दा उनके लिए अकल्पनीय है। उनका सख्त संदेश देश और विशेषकर जम्मू-कश्मीर में स्थिरता और विकास सुनिश्चित करने का प्रतीक माना जा रहा है।