नमस्कार,
कल की बड़ी खबर जम्मू-कश्मीर विधानसभा में विधायकों के बीच मारपीट की रही। एक खबर शाहरुख खान को जान से मारने की धमकी की रही, 2 दिन में बॉलीवुड एक्टर्स को धमकी से जुड़ा यह दूसरा मामला है।
आज के प्रमुख इवेंट्स:
अब कल की बड़ी खबरें…
जम्मू-कश्मीर विधानसभा में धारा 370 पर बवाल, विधायकों के बीच हाथापाई, 3 भाजपा विधायक घायल
जम्मू-कश्मीर विधानसभा में मंगलवार को धारा 370 पर बहस के दौरान भारी हंगामा हुआ।
अवामी इत्तेहाद पार्टी के विधायक खुर्शीद अहमद शेख ने विधानसभा सत्र के दौरान आर्टिकल 370 की बहाली की मांग करते हुए एक बैनर लहराया। इस पर भाजपा विधायकों ने कड़ा विरोध जताया, जिसके बाद सदन में तनाव बढ़ गया। सत्ता पक्ष और भाजपा विधायकों के बीच कहासुनी से बात हाथापाई तक पहुँच गई।
विधायकों के बीच मारपीट और धक्कामुक्की:
विरोध के दौरान, भाजपा और नेशनल कॉन्फ्रेंस के विधायकों के बीच धक्का-मुक्की शुरू हो गई। कई विधायक एक-दूसरे की कॉलर पकड़कर खींचतान करने लगे। इस झड़प में 3 भाजपा विधायक घायल हो गए, जिन्हें तुरंत प्राथमिक उपचार के लिए अस्पताल ले जाया गया।
कौन हैं खुर्शीद अहमद शेख?
बैनर लहराने वाले विधायक खुर्शीद अहमद शेख लेंगेट विधानसभा सीट से विधायक हैं। वे बारामूला के पूर्व सांसद इंजीनियर राशिद के भाई हैं। इंजीनियर राशिद को 2016 में आतंकवादियों को वित्तीय सहायता देने के आरोप में UAPA के तहत गिरफ्तार किया गया था।
इस घटना ने विधानसभा के सत्र को बाधित कर दिया, और सुरक्षा व्यवस्था को और कड़ा कर दिया गया है। सदन की कार्यवाही को बाद में स्थगित कर दिया गया।
पराली जलाने पर अब दोगुना जुर्माना, सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद ₹30 हजार तक की पेनल्टी लागू
सुप्रीम कोर्ट की सख्ती के बाद केंद्र सरकार ने पराली जलाने पर किसानों के लिए जुर्माना दोगुना कर दिया है। अब 2 एकड़ से कम जमीन पर 5,000 रुपए, 2 से 5 एकड़ तक 10,000 रुपए और 5 एकड़ से ज्यादा जमीन वाले किसानों को 30,000 रुपए का जुर्माना भरना होगा। यह नियम उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, राजस्थान और दिल्ली में लागू किया गया है।
पराली जलाने के मामलों में कमी, लेकिन प्रदूषण में इजाफा:
भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान के आंकड़ों के अनुसार, पराली जलाने की घटनाओं में कमी आई है। 2020 में जहां 71,829 मामले थे, वहीं 2024 में 16 सितंबर से 6 नवंबर के बीच केवल 12,514 मामले दर्ज हुए। हालांकि, इस दौरान खराब और गंभीर प्रदूषण वाले दिनों की संख्या बढ़कर 110 हो गई है, जो पहले 87 थी। एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) के अनुसार, 200 से अधिक का स्तर ‘खराब’ और 401 से अधिक का स्तर ‘गंभीर’ माना जाता है।
दिल्ली में प्रदूषण का हाल:
सेंटर फॉर साइंस एंड एनवायरमेंट (CSE) की रिपोर्ट के मुताबिक, दिल्ली के कुल प्रदूषण का 30.34% स्थानीय कारणों से होता है, जिसमें 50.1% हिस्सा ट्रांसपोर्ट का है। इसके अलावा, 34.97% प्रदूषण एनसीआर के आसपास के जिलों से और 27.94% अन्य क्षेत्रों से आता है। दिल्ली में पराली जलाने का कुल योगदान सिर्फ 8.19% है।
नए जुर्माने का उद्देश्य:
यह सख्त कदम किसानों को पराली जलाने से रोकने और प्रदूषण कम करने के लिए उठाया गया है। सरकार का मानना है कि कड़े जुर्माने से पराली जलाने की घटनाओं में और कमी आएगी, जिससे प्रदूषण के स्तर को नियंत्रित किया जा सकेगा।
शाहरुख खान को जान से मारने की धमकी, रायपुर से फिरौती का फोन, मन्नत की सुरक्षा बढ़ाई गई
शाहरुख खान को जान से मारने की धमकी मिलने के बाद उनके घर मन्नत की सुरक्षा बढ़ा दी गई है।
यह मामला 5 नवंबर का है, लेकिन इसकी जानकारी अब सामने आई है। धमकी देने वाले शख्स ने छत्तीसगढ़ के रायपुर से मुंबई के बांद्रा पुलिस स्टेशन में फोन कर शाहरुख से 50 लाख रुपए की फिरौती मांगी। इस धमकी भरे कॉल के बाद मुंबई पुलिस तुरंत हरकत में आई और शाहरुख के घर की सुरक्षा को और कड़ा कर दिया गया।
चोरी के फोन से दी गई धमकी:
रायपुर पुलिस के अनुसार, यह धमकी मोहम्मद फैजान खान नाम के व्यक्ति के मोबाइल से दी गई थी। फैजान पेशे से वकील हैं और उन्होंने 2 नवंबर को अपने फोन के चोरी होने की शिकायत दर्ज कराई थी। इससे यह अंदेशा है कि धमकी देने के लिए चोरी किए गए फोन का इस्तेमाल किया गया।
सलमान खान को भी मिली थी धमकी:
इससे पहले 5 नवंबर को सलमान खान को भी जान से मारने की धमकी मिली थी। मुंबई पुलिस कंट्रोल रूम में आए एक मैसेज में कहा गया था कि अगर सलमान खान काले हिरण के शिकार मामले में बिश्नोई समाज के मंदिर में जाकर माफी नहीं मांगते या 5 करोड़ रुपए नहीं देते, तो उनकी जान जा सकती है।
पुलिस की तफ्तीश जारी:
मुंबई और रायपुर पुलिस दोनों ही मामलों की गंभीरता से जांच कर रही हैं। शाहरुख और सलमान दोनों के घरों की सुरक्षा बढ़ा दी गई है, और धमकी देने वाले की पहचान और गिरफ्तारी के लिए विशेष टीम गठित की गई है।
सोने और चांदी की कीमतों में बड़ी गिरावट, सोना ₹76,780 और चांदी ₹90,369 प्रति किलो
सोने और चांदी की कीमतों में आज बड़ी गिरावट दर्ज की गई।
10 ग्राम सोने की कीमत 1,356 रुपए घटकर अब 76,780 रुपए पर आ गई है। वहीं, चांदी की कीमत में भी 2,532 रुपए की कमी आई है, जिससे यह अब 90,369 रुपए प्रति किलो बिक रही है।
सोने का ऑल टाइम हाई:
गौरतलब है कि 30 अक्टूबर को सोने की कीमत ने 79,681 रुपए प्रति 10 ग्राम का रिकॉर्ड हाई छुआ था। इसके बाद से इसमें गिरावट देखने को मिल रही है।
कीमतों में गिरावट का असर:
सोने और चांदी की कीमतों में इस गिरावट का असर निवेशकों और आभूषण खरीददारों पर देखने को मिल सकता है। आने वाले दिनों में कीमतों में और बदलाव की संभावना है, जिसे अंतरराष्ट्रीय बाजार और डॉलर के मुकाबले रुपए की स्थिति भी प्रभावित कर सकती है।
चटगांव में हिंदुओं पर हमले की निंदा, भारत ने बांग्लादेश से की सुरक्षा सुनिश्चित करने की अपील
भारत ने बांग्लादेश के चटगांव में हिंदुओं पर हुए हमले की कड़ी निंदा की है।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने बांग्लादेश सरकार से अपील की है कि वह चरमपंथी तत्वों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करे और हिंदू समुदाय की सुरक्षा सुनिश्चित करे। यह बयान चटगांव में ISKCON मंदिर और सनातन धर्म पर विवादित टिप्पणी के खिलाफ हिंदुओं के प्रदर्शन के दौरान आर्मी द्वारा किए गए लाठीचार्ज के बाद आया है।
बांग्लादेश में हिंदू समुदाय की स्थिति:
बांग्लादेश में लगभग 1.3 करोड़ हिंदू रहते हैं, जो देश का सबसे बड़ा अल्पसंख्यक समुदाय है। 1951 में, पूर्वी बंगाल (अब बांग्लादेश) में हिंदुओं की आबादी 22% थी, जो 1991 में घटकर 15% रह गई और 2011 में यह संख्या सिर्फ 8.5% तक सिमट गई। वहीं, मुस्लिम आबादी 1951 में 76% थी, जो अब बढ़कर 91% हो गई है।
हमले का पृष्ठभूमि:
इस हालिया घटना के पीछे चटगांव के ISKCON मंदिर और सनातन धर्म पर की गई विवादित टिप्पणियों के खिलाफ हिंदू समुदाय का आक्रोश था। इसके बाद हुए प्रदर्शन के दौरान पुलिस और सेना द्वारा लाठीचार्ज किया गया, जिससे तनाव और बढ़ गया।
भारत का रुख:
भारत ने बांग्लादेश से आग्रह किया है कि वह अल्पसंख्यकों की सुरक्षा के लिए ठोस कदम उठाए और वहां के हिंदू समुदाय को किसी भी तरह की हिंसा से बचाने के लिए तुरंत कार्रवाई करे। भारत और बांग्लादेश के बीच अच्छे संबंधों के मद्देनजर, यह मुद्दा दोनों देशों के बीच संवेदनशील बन चुका है।
आगे की कार्रवाई:
इस घटना के बाद भारत और बांग्लादेश के बीच कूटनीतिक स्तर पर बातचीत तेज होने की संभावना है ताकि अल्पसंख्यकों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।
सुप्रीम कोर्ट का आदेश: जेट एयरवेज की सभी संपत्तियां बेचकर चुकाया जाएगा कर्ज
सुप्रीम कोर्ट ने जेट एयरवेज को लिक्विडेट करने का आदेश दिया है, जिसके तहत एयरलाइन की सभी संपत्तियां बेची जाएंगी। इससे मिलने वाली रकम का इस्तेमाल कर्जदाताओं और देनदारियों की भरपाई के लिए किया जाएगा।
जेट एयरवेज ने अप्रैल 2019 में आर्थिक संकट के कारण अपना ऑपरेशन बंद कर दिया था। उस समय, एयरलाइन पर ₹4,783 करोड़ का भारी कर्ज था, जिसमें सबसे ज्यादा लोन स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) का था।
जेट एयरवेज का सफर:
- शुरुआत: 1990 के दशक की शुरुआत में, टिकटिंग एजेंट से उद्यमी बने नरेश गोयल ने जेट एयरवेज इंडिया लिमिटेड की स्थापना की थी।
- सुनहरा दौर: एक समय जेट एयरवेज के पास 120 विमानों का बेड़ा था और यह भारत की प्रमुख एयरलाइनों में से एक मानी जाती थी। कंपनी हर दिन 650 से ज्यादा फ्लाइट्स ऑपरेट करती थी।
- अचानक गिरावट: जब कंपनी ने ऑपरेशन बंद किया, तब इसके पास केवल 16 विमान बचे थे।
कर्ज और वित्तीय संकट:
जेट एयरवेज की आर्थिक स्थिति 2019 में इतनी खराब हो गई थी कि वह अपने कर्ज की किस्तें चुकाने में असमर्थ हो गई। कई बैंकों ने कर्ज वापस पाने के लिए इस पर दबाव बनाया, लेकिन वित्तीय संकट के कारण एयरलाइन ने अपने सभी ऑपरेशन्स रोक दिए।
अब आगे क्या?
सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद, जेट एयरवेज की संपत्तियों की नीलामी की जाएगी। इससे प्राप्त धनराशि का उपयोग कर्ज चुकाने और अन्य देनदारियों को निपटाने के लिए किया जाएगा। इस फैसले से उन हजारों कर्मचारियों और कर्जदाताओं को राहत मिलने की उम्मीद है, जो पिछले कई सालों से अपने बकाया पैसों की वापसी का इंतजार कर रहे हैं।
नरेश गोयल का बयान:
नरेश गोयल ने इस फैसले पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि वे जेट एयरवेज को फिर से खड़ा करने के लिए हर संभव प्रयास करेंगे। हालांकि, मौजूदा परिस्थितियों में एयरलाइन को पुनर्जीवित करना एक बड़ी चुनौती होगी।
एविएशन इंडस्ट्री पर प्रभाव:
यह फैसला भारत की एविएशन इंडस्ट्री में एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हो सकता है, क्योंकि जेट एयरवेज का कभी देश के हवाई यातायात में बड़ा योगदान रहा है। अब देखना यह होगा कि इस नीलामी से कितनी धनराशि जुटाई जा सकेगी और क्या कोई नया निवेशक इस एयरलाइन को फिर से शुरू करने के लिए आगे आएगा।
हुरुन परोपकारी लिस्ट 2024: शिव नाडर बने देश के सबसे बड़े दानवीर, अंबानी और बजाज टॉप-3 में शामिल
HCL के को-फाउंडर शिव नाडर को देश के सबसे बड़े परोपकारी का दर्जा मिला है।
एडेलगिव हुरुन इंडिया फिलैंथरोपी लिस्ट 2024 के मुताबिक, शिव नाडर और उनके परिवार ने वित्त वर्ष 2023-24 में कुल 2,153 करोड़ रुपए का दान दिया, जो रोजाना लगभग 5.90 करोड़ रुपए के बराबर है। इस तरह, शिव नाडर ने एक बार फिर देश के सबसे बड़े दानवीर के रूप में अपनी जगह बनाई है।
अन्य प्रमुख दानवीर:
- मुकेश अंबानी: रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी इस लिस्ट में दूसरे स्थान पर हैं। उनके द्वारा किए गए दान का आंकड़ा भी काफी बड़ा है, जिससे उन्होंने अपनी सामाजिक जिम्मेदारी को पूरा किया है।
- राहुल बजाज परिवार: बजाज ग्रुप के चेयरमैन रहे राहुल बजाज का परिवार इस लिस्ट में तीसरे स्थान पर है, जो भारतीय उद्योग जगत में परोपकार की एक मिसाल है।
शिव नाडर की परोपकारी यात्रा:
शिव नाडर की परोपकारी गतिविधियाँ शिक्षा और स्वास्थ्य क्षेत्र पर केंद्रित हैं। उन्होंने ‘शिव नाडर फाउंडेशन’ की स्थापना की, जो शिक्षा में सुधार और जरूरतमंदों की सहायता के लिए कई प्रोजेक्ट्स पर काम कर रहा है। उनका योगदान भारत में शिक्षा के क्षेत्र को नई ऊंचाइयों पर ले जाने का महत्वपूर्ण हिस्सा रहा है।
हुरुन इंडिया फिलैंथरोपी लिस्ट की खासियत:
यह लिस्ट उन भारतीय उद्योगपतियों और व्यवसायियों को पहचानती है, जिन्होंने समाज की भलाई के लिए महत्वपूर्ण योगदान दिया है। यह सूची समाज सेवा के प्रति उनके समर्पण को रेखांकित करती है और दूसरों को प्रेरित करती है।
देश में परोपकार की बढ़ती भावना:
पिछले कुछ वर्षों में भारत में परोपकार की भावना में वृद्धि देखी गई है। बड़े उद्योगपति और व्यवसायी अपनी संपत्ति का एक हिस्सा समाज की भलाई के लिए दान कर रहे हैं, जिससे शिक्षा, स्वास्थ्य, और सामाजिक कल्याण में सुधार हो रहा है।