AIN NEWS 1 गाजियाबाद/संजयनगर – पूरे श्रद्धा और धूमधाम से गाजियाबाद के संजयनगर क्षेत्र में छठ महापर्व का आयोजन किया गया। गुरुवार को यहां विशेष रूप से बनाए गए घाट पर महिलाओं ने संध्या समय में डूबते सूर्य को अर्घ्य देकर पर्व की विधि संपन्न की। पूर्वांचल समाज के स्थानीय लोगों की उपस्थिति में इस धार्मिक अनुष्ठान को मनाया गया, जिसमें सभी ने उत्साह और श्रद्धा के साथ भाग लिया।
छठ पूजा की महत्ता
इस अवसर पर छठ पूजा समिति के पदाधिकारी अमरजीत सिंह ने छठ पूजा के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि इस व्रत में छठी माता की पूजा और सूर्य देव की उपासना की जाती है। मान्यता है कि जो भी भक्त इस व्रत को निष्ठा से करता है, उसकी मनोकामना अवश्य पूरी होती है। यह पर्व विशेष रूप से उगते और डूबते सूर्य को अर्घ्य देने की परंपरा से जुड़ा हुआ है, जिसे श्रद्धालु निर्जला व्रत रखकर संपन्न करते हैं।
वैकल्पिक घाट पर पूजा
अमरजीत सिंह ने बताया कि परंपरागत रूप से छठ पूजा नदियों और तालाबों के घाट पर की जाती है, परंतु इस क्षेत्र में हर साल वैकल्पिक घाट पर ही पूजा की जाती है, जहां पूजा समिति द्वारा सभी आवश्यक इंतजाम किए जाते हैं। इस बार भी आयोजन समिति ने व्यवस्था को सुव्यवस्थित रूप से संपन्न किया, जिससे श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो।
मुख्य अतिथि एवं श्रद्धालु
इस पावन अवसर पर मुख्य रूप से पीयूष गुप्ता, अमित गुप्ता, गौरी शंकर गुप्ता, प्रभु नाथ गुप्ता, सियाराम यादव, ओमप्रकाश गुप्ता, इंद्रजीत गुप्ता और अन्य पूर्वांचल समाज के प्रतिष्ठित लोग उपस्थित थे। सभी ने परंपरागत रीति-रिवाजों के साथ पूजा में भाग लिया और सूर्य देव एवं छठी माता का आशीर्वाद प्राप्त किया।
छठ पर्व का उल्लास
पूरे माहौल में भक्तिभाव और उत्साह का वातावरण था। घाट पर महिलाओं ने अपने पारंपरिक परिधानों में सज-धज कर डूबते सूर्य को अर्घ्य अर्पित किया और सभी ने मिलकर छठ महापर्व के इस पावन दिन को भक्तिपूर्ण ढंग से मनाया।
छठ पूजा का यह आयोजन श्रद्धालुओं के लिए न केवल एक धार्मिक अनुष्ठान था, बल्कि अपने समुदाय के साथ मिलकर इस उत्सव को मनाने का एक सुनहरा अवसर भी था।