Modi Nigeria Visit: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 16 नवंबर से 22 नवंबर तक तीन देशों की यात्रा पर जा रहे हैं, जिसमें नाइजीरिया, ब्राजील और गुयाना शामिल हैं। इस यात्रा की शुरुआत अफ्रीकी देश नाइजीरिया से हो रही है, जो बीते 17 सालों में किसी भारतीय प्रधानमंत्री का पहला दौरा होगा। इससे पहले 2007 में तत्कालीन प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह नाइजीरिया गए थे।
नाइजीरिया दौरे का महत्व
- पीएम मोदी का नाइजीरिया दौरा वहां के राष्ट्रपति बोला टीनूबू के निमंत्रण पर हो रहा है। 17 नवंबर को दोनों देशों के बीच प्रतिनिधिमंडल स्तरीय द्विपक्षीय वार्ता होगी।
- इसके बाद पीएम मोदी नाइजीरिया की राजधानी अबुजा में भारतीय समुदाय को संबोधित करेंगे।
भारत-नाइजीरिया के बीच घनिष्ठ संबंध
- भारत और नाइजीरिया के बीच 1958 से राजनयिक संबंध हैं, जो नाइजीरिया की आजादी से पहले ही स्थापित हुए थे।
- नाइजीरिया को अफ्रीका का सबसे बड़ा लोकतंत्र माना जाता है, जबकि भारत दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र है।
- दोनों देशों के बीच संबंधों को और मजबूत करने के लिए यह दौरा महत्वपूर्ण है।
नाइजीरिया को भारत से मिली बड़ी मदद
- नाइजीरिया की आजादी के बाद, भारत ने उसे शिक्षा, स्वास्थ्य, और रक्षा क्षेत्र में महत्वपूर्ण मदद दी थी।
- भारतीय शिक्षक और डॉक्टर नाइजीरिया में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते रहे हैं।
- भारत ने नाइजीरिया में कडूना नेशनल डिफेंस एकेडमी और पोर्ट हरकोर्ट नेवल वॉर कॉलेज की स्थापना की, जिससे नाइजीरिया की सैन्य क्षमता को बढ़ावा मिला।
चीन की बढ़ती टेंशन: भारत की अफ्रीका नीति
- अफ्रीकी देश भारत को चीन की तुलना में एक विश्वसनीय साझेदार मानते हैं। चीन अक्सर अपने आर्थिक कर्ज के जाल में अफ्रीकी देशों को फंसाता है।
- दूसरी ओर, भारत ने अफ्रीका के विकास के लिए कई सकारात्मक पहल की हैं।
- पीएम मोदी ने हाल ही में G20 शिखर सम्मेलन में अफ्रीकी यूनियन को शामिल कराकर उसे वैश्विक मंच पर मजबूत आवाज दी।
- वॉयस ऑफ ग्लोबल साउथ जैसे सम्मेलनों के माध्यम से भारत ने आर्थिक रूप से पिछड़े देशों की आवाज को बुलंद किया है।
भारतीय कंपनियों का नाइजीरिया में निवेश
- नाइजीरिया में लगभग 60,000 भारतीय मूल के लोग रहते हैं, जो किसी भी अफ्रीकी देश की तुलना में सबसे ज्यादा हैं।
- 200 से ज्यादा भारतीय कंपनियों ने नाइजीरिया में 27 बिलियन डॉलर से अधिक का निवेश किया है।
- यह निवेश नाइजीरिया के तेल, गैस, और अन्य क्षेत्रों में किया गया है, जिससे दोनों देशों के बीच व्यापारिक संबंध मजबूत हुए हैं।
नाइजीरिया दौरे से पहले पीएम मोदी का सोशल मीडिया पोस्ट
- पीएम मोदी ने अपनी नाइजीरिया यात्रा को लेकर सोशल मीडिया पर पोस्ट किया, जिसमें उन्होंने वहां के हिंदी प्रेमियों का धन्यवाद किया और दौरे के प्रति उत्साह जताया।
निष्कर्ष
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का यह दौरा न केवल भारत और नाइजीरिया के बीच संबंधों को और गहरा करेगा, बल्कि अफ्रीका में भारत की कूटनीतिक पकड़ को भी मजबूत करेगा। इससे चीन की अफ्रीकी देशों पर पकड़ कमजोर हो सकती है।
भारत की अफ्रीका नीति पर आपका क्या विचार है? क्या यह चीन की रणनीति के मुकाबले कारगर साबित हो सकती है?