AIN NEWS 1: बिहार के बक्सर जिले से धर्मांतरण का एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। जिले के सिमरी प्रखंड के एक गांव में ईसाई मिशनरियों पर हिंदू धर्म के अनुयायियों को ईसाई धर्म अपनाने के लिए लालच और दबाव देने का आरोप लगा है।
क्या है मामला?
गांव के स्थानीय लोगों के अनुसार, मिशनरियों ने हिंदू धर्म के अनुयायियों को अपने धर्म से विमुख करने के लिए एक सुनियोजित अभियान चलाया। बताया गया कि इन लोगों से पहले उनके मांग का सिंदूर मिटाने को कहा गया, फिर उन्हें गंगा में डुबकी लगाने के लिए मजबूर किया गया। इसके बाद उनके माथे पर ईसाई धर्म का प्रतीक क्रॉस चिन्ह बना दिया गया।
इस घटना के केंद्र में एक पादरी का नाम सामने आया है, जिसे लोग राजू राम के नाम से जानते हैं। आरोप है कि उन्होंने हिंदुओं को धर्मांतरण के लिए आर्थिक और सामाजिक लाभ का लालच भी दिया।
हिंदू संगठनों का विरोध
घटना के उजागर होने के बाद, गांव में तनाव का माहौल बन गया है। हिंदू संगठनों ने इस घटना की कड़ी निंदा की है और इसे धार्मिक आस्था पर हमला बताया है। संगठनों ने आरोप लगाया कि ईसाई मिशनरी खुलेआम धर्मांतरण की गतिविधियों में शामिल हैं।
शिकायत दर्ज, जांच शुरू
हिंदू संगठनों और स्थानीय ग्रामीणों ने इस मामले की शिकायत पुलिस से की है। शिकायत के आधार पर पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। पुलिस का कहना है कि दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
स्थानीय प्रशासन की प्रतिक्रिया
स्थानीय प्रशासन ने भी घटना पर संज्ञान लिया है। अधिकारियों का कहना है कि यह मामला बेहद संवेदनशील है और इसमें धार्मिक सौहार्द बनाए रखना पहली प्राथमिकता होगी। प्रशासन ने ग्रामीणों को आश्वासन दिया है कि दोषियों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा।
धर्मांतरण पर बढ़ती बहस
यह घटना बिहार में धर्मांतरण के बढ़ते मामलों पर एक बार फिर बहस छेड़ रही है। पिछले कुछ समय में विभिन्न जिलों से इस तरह की घटनाएं सामने आई हैं, जिससे समाज में धार्मिक असहिष्णुता का माहौल बढ़ रहा है।
निष्कर्ष
बक्सर की इस घटना ने एक बार फिर धर्मांतरण और उससे जुड़े मुद्दों पर गहन विचार करने की जरूरत को उजागर किया है। पुलिस और प्रशासन को चाहिए कि वे निष्पक्ष जांच कर दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करें, ताकि इस तरह की घटनाएं दोबारा न हों।