दिल्ली विश्वविद्यालय की पत्रकारिता छात्रा ने की ‘साबरमती रिपोर्ट’ की प्रशंसा
AIN NEWS 1: दिल्ली विश्वविद्यालय में पत्रकारिता की पढ़ाई कर रही एक मुस्लिम छात्रा ने हाल ही में रिलीज़ हुई फिल्म ‘साबरमती रिपोर्ट’ की जमकर तारीफ की है। छात्रा ने इस फिल्म को सच्ची घटना पर आधारित और समाज को जागरूक करने वाली बेहतरीन फिल्म बताया।
सच्ची घटना पर आधारित है फिल्म
छात्रा ने बताया कि यह फिल्म एक वास्तविक घटना पर आधारित है, जिसे बड़े ही प्रभावी तरीके से पेश किया गया है। उन्होंने कहा, “फिल्म ने सच्चाई को सामने लाने का जो प्रयास किया है, वह सराहनीय है। यह उन मुद्दों पर प्रकाश डालती है, जो समाज के लिए बेहद महत्वपूर्ण हैं।”
मुस्लिम होने के बावजूद समर्थन
छात्रा ने अपने विचार साझा करते हुए कहा कि, “मैं एक मुस्लिम लड़की हूं, लेकिन मैंने इस फिल्म का समर्थन किया है क्योंकि इसमें सच्चाई और इंसाफ की बात की गई है। यह फिल्म न केवल एक समुदाय विशेष बल्कि पूरे समाज के लिए एक संदेश देती है।”
पत्रकारिता के नज़रिए से फिल्म देखने की प्रेरणा
छात्रा ने यह भी बताया कि पत्रकारिता की छात्रा होने के नाते उन्होंने यह फिल्म देखने का फैसला किया। उनके अनुसार, इस फिल्म से उन्हें न केवल अपने पेशे से जुड़ी नई सीख मिली बल्कि सच्चाई को प्रस्तुत करने का महत्व भी समझ आया।
फिल्मों का समाज पर प्रभाव
छात्रा ने यह भी कहा कि इस तरह की फिल्में समाज में बदलाव लाने और लोगों को सोचने पर मजबूर करने का काम करती हैं। उन्होंने उम्मीद जताई कि लोग इस फिल्म को देखेंगे और इससे प्रेरणा लेंगे।
सार्वजनिक प्रतिक्रिया का महत्व
छात्रा का मानना है कि फिल्मों पर सार्वजनिक प्रतिक्रिया देना बहुत ज़रूरी है, क्योंकि इससे फिल्म निर्माताओं को बेहतर कंटेंट बनाने का प्रोत्साहन मिलता है। उन्होंने सभी से अपील की कि वे फिल्म देखें और इसके संदेश को समझें।
फिल्म का व्यापक संदेश
फिल्म ‘साबरमती रिपोर्ट’ समाज में व्याप्त कई ज्वलंत मुद्दों को उठाती है और लोगों को उनके बारे में सोचने के लिए प्रेरित करती है। छात्रा का मानना है कि यह फिल्म समाज के हर वर्ग तक पहुंचनी चाहिए ताकि लोग सच्चाई से परिचित हो सकें।
निष्कर्ष
इस फिल्म को देखने के बाद छात्रा ने महसूस किया कि सच्ची घटनाओं पर आधारित फिल्मों का महत्व कितना अधिक है। उन्होंने यह भी कहा कि अगर इस तरह की और फिल्में बनाई जाएं, तो समाज में सकारात्मक बदलाव संभव है।