AIN NEWS 1: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाल ही में एक सभा में भारतीय समाज की एकता और अखंडता पर जोर देते हुए महत्वपूर्ण बयान दिया। उन्होंने कहा कि अयोध्या में राम मंदिर बनने के लिए 500 साल का लंबा इंतजार क्यों करना पड़ा, इसका प्रमुख कारण समाज का बंटा हुआ होना था।
राम मंदिर का 500 साल का इंतजार
योगी आदित्यनाथ ने सवाल उठाया, “अयोध्या में राम मंदिर के लिए 500 सालों तक क्यों इंतजार करना पड़ा?” इसके जवाब में उन्होंने कहा, “क्योंकि हम बंटे हुए थे। हमारी एकजुटता में कमी थी। यही हमारी सबसे बड़ी कमजोरी रही।”
काशी और मथुरा में अपमान का कारण
मुख्यमंत्री ने काशी और मथुरा जैसे धार्मिक स्थलों पर हुए अपमान का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा, “काशी और मथुरा में हमें क्यों अपमान सहना पड़ा? इसका सीधा कारण यह है कि जब-जब हम बंटे, तब-तब हमें हार का सामना करना पड़ा।”
समाज को एकजुट रहने का संदेश
योगी आदित्यनाथ ने इस मौके पर समाज को एकजुट रहने का संदेश दिया। उन्होंने कहा, “इतिहास से हमें यह सीखना होगा कि बंटवारा हमें कमजोर करता है। हमें अब किसी भी कीमत पर बंटना नहीं है। जब हम एकजुट रहेंगे, तभी हम अपने सम्मान और संस्कृति की रक्षा कर पाएंगे।”
अतीत से सबक लेने की जरूरत
योगी ने अपने संबोधन में भारतीय समाज से अपील की कि वह अतीत से सबक ले और भविष्य में किसी भी तरह की आपसी फूट से बचें। उन्होंने कहा, “जब हम बंटते हैं, तब हम कटते हैं। हमें यह समझना होगा कि हमारी ताकत हमारी एकता में है।”
राष्ट्रीय एकता का संदेश
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि राम मंदिर का निर्माण केवल एक धार्मिक आयोजन नहीं है, बल्कि यह भारतीय समाज की सामूहिक इच्छाशक्ति और एकता का प्रतीक है। उन्होंने सभी वर्गों और समुदायों से अपील की कि वे आपसी मतभेद भुलाकर देश की एकता और अखंडता को मजबूत करें।
निष्कर्ष
योगी आदित्यनाथ का यह बयान न केवल अयोध्या, काशी, और मथुरा से जुड़े धार्मिक महत्व को रेखांकित करता है, बल्कि समाज के लिए एक प्रेरणा भी है। उनका संदेश साफ है—बंटवारा हमें कमजोर करता है, जबकि एकजुटता हमारी ताकत है। भारतीय समाज को एकजुट होकर ही अपनी सांस्कृतिक और धार्मिक विरासत की रक्षा करनी होगी।
मुख्य संदेश
“बंटें नहीं, एकजुट रहें”— यही वह मंत्र है जो योगी आदित्यनाथ ने अपने संबोधन में समाज को दिया।