AIN NEWS 1 मुंबई, महाराष्ट्र: बीजेपी प्रवक्ता प्रेम शुक्ला ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी और पार्टी पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने शिवसेना संस्थापक बालासाहेब ठाकरे को श्रद्धांजलि नहीं दी, बल्कि केवल उन्हें याद करने की बात कही। शुक्ला ने बालासाहेब ठाकरे के पुराने बयानों का जिक्र करते हुए राहुल गांधी और शिवसेना (यूबीटी) के नेतृत्व पर सवाल उठाए।
बालासाहेब ठाकरे का संदर्भ
प्रेम शुक्ला ने कहा, “राहुल गांधी को यह याद रखना चाहिए कि यही बालासाहेब ठाकरे थे जिन्होंने 2000 में कहा था कि अगर मुसलमानों का मतदान का अधिकार छीन लिया जाए, तो कोई उनके प्रति तुष्टीकरण नहीं करेगा। बालासाहेब ने यह भी कहा था कि जिस दिन मैं शिवसेना को कांग्रेस में बदलते देखूंगा, उस दिन अपनी राजनीति छोड़ दूंगा।”
उन्होंने उद्धव ठाकरे पर निशाना साधते हुए कहा, “उद्धव ठाकरे अब बालासाहेब को हिंदू हृदय सम्राट कहने से भी हिचकिचा रहे हैं। अब तो शिवसेना (यूबीटी) पर मौलानाओं के फतवे लागू होते हैं।”
कांग्रेस और फतवे पर टिप्पणी
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे पर टिप्पणी करते हुए शुक्ला ने कहा, “कांग्रेस खुद को धर्मनिरपेक्ष कहती है, लेकिन मौलाना खलीलुर रहमान सज्जाद नोमानी के जरिए यह फतवा जारी कराती है कि जो बीजेपी को वोट देगा, उसका सामाजिक बहिष्कार किया जाएगा। यह धर्मनिरपेक्षता नहीं बल्कि कट्टरपंथी इस्लाम है। कांग्रेस अब मुस्लिम लीग बनने की कगार पर है।”
राजनीतिक पृष्ठभूमि में बयान
बीजेपी प्रवक्ता ने शिवसेना (यूबीटी) और कांग्रेस के बीच गठबंधन को “सिद्धांतों के खिलाफ” बताया और कहा कि यह गठबंधन बालासाहेब ठाकरे के विचारों के विपरीत है। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस की राजनीति अब धर्म और जाति आधारित हो गई है, जो देश की एकता और धर्मनिरपेक्षता के लिए खतरा है।
बीजेपी की रणनीति
प्रेम शुक्ला ने अपने बयान में बीजेपी को “राष्ट्रवादी और हिंदुत्ववादी” बताते हुए कांग्रेस और शिवसेना (यूबीटी) पर “छद्म धर्मनिरपेक्षता” का आरोप लगाया।
निष्कर्ष
प्रेम शुक्ला के इस बयान के जरिए बीजेपी ने कांग्रेस और शिवसेना (यूबीटी) के गठबंधन को लेकर एक बार फिर राजनीतिक हमले तेज कर दिए हैं। उन्होंने इन दलों की रणनीतियों और सिद्धांतों पर सवाल उठाते हुए खुद की पार्टी की विचारधारा को जनता के सामने मजबूत करने की कोशिश की है।