नमस्कार,
कल की बड़ी खबर दिल्ली से रही, राज्य के परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने पद और आम आदमी पार्टी (AAP) से इस्तीफा दे दिया। एक खबर मणिपुर की रही, यहां राज्य सरकार ने केंद्र से सशस्त्र बल विशेषाधिकार अधिनियम (AFSPA) वापस लेने को कहा है।
आज के प्रमुख इवेंट्स:
- दिल्ली में प्रदूषण को लेकर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई
आज सुप्रीम कोर्ट में दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण को रोकने के लिए उपाय लागू करने की मांग वाली याचिका पर सुनवाई होगी। कोर्ट का फैसला दिल्ली-एनसीआर के वायु गुणवत्ता प्रबंधन के लिए महत्वपूर्ण साबित हो सकता है। - प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ब्राजील यात्रा, G20 समिट में लेंगे हिस्सा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज ब्राजील में G20 शिखर सम्मेलन में शामिल होंगे। इस समिट में वैश्विक अर्थव्यवस्था, जलवायु परिवर्तन, और डिजिटल इकोनॉमी जैसे अहम मुद्दों पर चर्चा होगी। भारत के लिए यह सम्मेलन अंतरराष्ट्रीय मंच पर अपने विचारों को रखने का एक महत्वपूर्ण अवसर है। - श्रीलंका की नई कैबिनेट का शपथ ग्रहण
श्रीलंका में नई कैबिनेट राष्ट्रपति अनुरा कुमारा दिसानायके की उपस्थिति में आज शपथ लेगी। यह नई कैबिनेट देश में राजनीतिक स्थिरता लाने की दिशा में एक अहम कदम माना जा रहा है।
अब कल की बड़ी खबरें…
मणिपुर हिंसा: AFSPA हटाने की मांग, गृह मंत्री अमित शाह ने सुरक्षा पर की आपात बैठक
मणिपुर में लगातार जारी हिंसा के बीच राज्य सरकार ने केंद्र सरकार से AFSPA (आर्म्ड फोर्सेस स्पेशल पावर एक्ट) हटाने की मांग की है। बता दें कि केंद्र ने 14 नवंबर को मणिपुर के 5 जिलों के 6 इलाकों में AFSPA लागू किया था। इस कानून के तहत सुरक्षाबलों को हिंसा फैलाने वाले किसी भी व्यक्ति पर गोली चलाने का अधिकार है।
गृह मंत्री अमित शाह ने की आपात बैठक
गृह मंत्री अमित शाह ने मणिपुर की बिगड़ती स्थिति को देखते हुए अपनी नागपुर की 4 रैलियां रद्द कर दीं और दिल्ली पहुंचकर उच्च स्तरीय सुरक्षा बैठक बुलाई। इस बैठक में उन्होंने मणिपुर की मौजूदा सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा की और राज्य में शांति बहाल करने के लिए जरूरी कदम उठाने के निर्देश दिए।
NPP ने BJP से समर्थन लिया वापस
मणिपुर में राजनीतिक संकट भी गहराता जा रहा है। नेशनल पीपुल्स पार्टी (NPP) ने BJP से अपना समर्थन वापस ले लिया है। 60 सीटों वाली मणिपुर विधानसभा में NPP के 7 विधायक हैं। हालांकि, BJP के पास 32 विधायकों के साथ अभी भी बहुमत (31 सीटें) है, इसलिए फिलहाल सरकार को कोई खतरा नहीं है।
मुख्यमंत्री बीरेन सिंह को हटाने की मांग
इसी बीच, BJP के 19 विधायकों ने मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह को हटाने की मांग करते हुए प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) को पत्र लिखा है। इन विधायकों का कहना है कि राज्य में कानून-व्यवस्था बिगड़ने के लिए मुख्यमंत्री जिम्मेदार हैं। सूत्रों के अनुसार, अगर हालात अगले 2-3 दिनों में काबू में नहीं आते हैं, तो मणिपुर में राष्ट्रपति शासन लागू किया जा सकता है।
दिल्ली के परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने AAP से दिया इस्तीफा, केजरीवाल पर वादे पूरे न करने का आरोप
दिल्ली सरकार के परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने अपने पद और आम आदमी पार्टी (AAP) से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने अरविंद केजरीवाल को लिखे अपने पत्र में पार्टी की नीतियों की कड़ी आलोचना की, खासकर यमुना नदी की सफाई के मुद्दे पर। गहलोत ने आरोप लगाया कि AAP ने केंद्र सरकार से टकराव में बहुत सारा समय बर्बाद किया और जनता से किए वादों को पूरा नहीं किया।
आतिशी ने बताया BJP की साजिश
दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी ने कैलाश गहलोत के इस्तीफे को बीजेपी की साजिश करार दिया। उन्होंने कहा कि यह पार्टी को बदनाम करने की कोशिश है।
मुख्यमंत्री पद की दौड़ में थे कैलाश गहलोत
अरविंद केजरीवाल के जेल से छूटने और मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद नए मुख्यमंत्री की दौड़ में कैलाश गहलोत का भी नाम था। हालांकि, पार्टी ने आतिशी को नया मुख्यमंत्री चुना। कैलाश गहलोत ने 2015 में आम आदमी पार्टी जॉइन की थी और 2017 में कैबिनेट मंत्री बने थे।
शराब घोटाले में गहलोत का नाम
गहलोत का नाम दिल्ली के शराब घोटाले में भी सामने आया था। इस मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) उनसे पूछताछ कर चुकी है।
बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी: पहले टेस्ट में गिल और रोहित बाहर, केएल राहुल करेंगे ओपनिंग
भारतीय क्रिकेट टीम ऑस्ट्रेलिया के दौरे पर बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी खेलने पहुंची है, लेकिन पहले टेस्ट मैच से पहले टीम को बड़े झटके लगे हैं। कप्तान रोहित शर्मा हाल ही में पिता बने हैं, जिसके चलते वे पर्थ में होने वाले पहले टेस्ट में हिस्सा नहीं लेंगे।
केएल राहुल करेंगे ओपनिंग
रोहित की गैरमौजूदगी में केएल राहुल को ओपनिंग का मौका दिया जा सकता है। चोट के बावजूद, राहुल ने 2 दिन के आराम के बाद वाका स्टेडियम में प्रैक्टिस शुरू कर दी है।
शुभमन गिल भी पहला टेस्ट नहीं खेलेंगे
उधर, टीम इंडिया के ओपनर शुभमन गिल उंगली में चोट लगने के कारण पहले टेस्ट से बाहर हो गए हैं। उनकी गैरमौजूदगी में केएल राहुल के साथ ओपनिंग जोड़ी तैयार करने के लिए टीम मैनेजमेंट को नए विकल्प तलाशने होंगे।
टीम इंडिया की चुनौती
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में भारतीय टीम को शुरुआती मैच में अपने दोनों प्रमुख ओपनर्स की कमी खल सकती है। देखना होगा कि इस चुनौतीपूर्ण दौरे पर टीम इंडिया कैसे खेलती है।
महाराष्ट्र चुनाव: CM शिंदे बोले- मैं मुख्यमंत्री पद की रेस में नहीं, लेकिन महायुति का ही होगा अगला CM
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से 2 दिन पहले मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा, “मैं मुख्यमंत्री पद की रेस में नहीं हूं, लेकिन यह निश्चित है कि अगला मुख्यमंत्री महायुति (BJP-शिवसेना-एनसीपी गठबंधन) का ही होगा।” इससे पहले, 15 नवंबर को डिप्टी CM देवेंद्र फडणवीस ने भी खुद को सीएम पद की दौड़ से बाहर बताया था।
शिंदे का उद्धव पर निशाना
शिंदे ने अपने बयान में उद्धव ठाकरे पर निशाना साधते हुए कहा, “बालासाहेब ठाकरे हमेशा कहते थे कि शिवसेना को कभी कांग्रेस नहीं बनने देंगे, लेकिन उद्धव ने खुद के स्वार्थ के लिए कांग्रेस का साथ लिया और मुख्यमंत्री बन गए।”
20 नवंबर को होगा मतदान
महाराष्ट्र की 288 विधानसभा सीटों के लिए 20 नवंबर को एक ही चरण में मतदान होगा। चुनाव के नतीजे 23 नवंबर को घोषित किए जाएंगे। महायुति गठबंधन में शामिल BJP 148 सीटों पर, शिवसेना (शिंदे गुट) 80 सीटों पर और NCP (अजित पवार गुट) 53 सीटों पर चुनाव लड़ रही है।
प्रधानमंत्री मोदी को मिला नाइजीरिया का दूसरा सर्वोच्च सम्मान, बोले- ‘यह भारत-नाइजीरिया मित्रता को समर्पित’
नाइजीरिया ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अपने दूसरे सर्वोच्च राष्ट्रीय सम्मान ‘द ग्रैंड कमांडर ऑफ द ऑर्डर ऑफ द नाइजर’ से सम्मानित किया है। यह सम्मान पाने के बाद मोदी ने कहा, “मैं इस सम्मान को विनम्रता और आदर के साथ स्वीकार करता हूं और इसे 140 करोड़ भारतीयों और भारत-नाइजीरिया की गहरी मित्रता को समर्पित करता हूं।”
17 साल बाद किसी भारतीय PM की नाइजीरिया यात्रा
मोदी ने नाइजीरिया के राष्ट्रपति बोला अहमद टीनूबू के साथ द्विपक्षीय वार्ता भी की। गौरतलब है कि 17 साल बाद कोई भारतीय प्रधानमंत्री नाइजीरिया की यात्रा पर पहुंचे हैं, जो दोनों देशों के बीच संबंधों को और मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।
एलिजाबेथ के बाद मोदी को मिला यह सम्मान
प्रधानमंत्री मोदी इस सम्मान को पाने वाले दूसरे विदेशी व्यक्ति हैं। इससे पहले 1969 में ब्रिटेन की महारानी एलिजाबेथ को यह सम्मान दिया गया था। यह प्रधानमंत्री मोदी का 17वां अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार है, जो उनके नेतृत्व में भारत की बढ़ती वैश्विक प्रतिष्ठा को दर्शाता है।
झांसी अग्निकांड: एक और नवजात की मौत, अब तक 11 बच्चों की जान गई, DM ने कहा- बीमारी से हुई मौत, जलने से नहीं
झांसी के गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज में हुए अग्निकांड के बाद एक और नवजात की मौत हो गई है। अब तक इस हादसे में मरने वाले बच्चों की संख्या 11 हो चुकी है। मृत नवजात को स्पेशल न्यू बोर्न केयर यूनिट (SNCU) से रेस्क्यू किया गया था।
DM ने दी सफाई
झांसी के जिलाधिकारी (DM) अविनाश कुमार ने इस घटना पर बयान देते हुए कहा, “नवजात की मौत बीमारी की वजह से हुई है, वह जला नहीं था।” उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि बच्चों की मौत का कारण आग नहीं, बल्कि उनकी गंभीर स्वास्थ्य स्थिति थी।
जांच कमेटी में हुआ बदलाव
इस हादसे की जांच के लिए गठित कमेटी को सरकार ने बदल दिया है। पहले जांच की जिम्मेदारी झांसी के मंडलायुक्त विमल कुमार दुबे को सौंपी गई थी, लेकिन अब इस मामले की निगरानी मेडिकल एंड हेल्थ डिपार्टमेंट की डायरेक्टर किंजल सिंह करेंगी। हालांकि, जांच कमेटी बदलने के पीछे सरकार ने कोई स्पष्ट कारण नहीं बताया है।
पृष्ठभूमि
गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज में हुए इस हादसे ने प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की कार्यशैली पर कई सवाल खड़े कर दिए हैं। लगातार बढ़ती मौतों की संख्या से परिजनों में रोष है, और सरकार पर मामले की निष्पक्ष जांच का दबाव बढ़ता जा रहा है।
इजराइली PM नेतन्याहू के घर पर फिर हमला, एक महीने में दूसरी बार निशाना, सुरक्षा व्यवस्था पर उठे सवाल
इजराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के सीजेरिया स्थित घर पर एक बार फिर हमला हुआ है। इस बार उनके घर की तरफ 2 फ्लेयर्स (आग के गोले) दागे गए, जो सीधे घर के आंगन में आकर गिरे। फिलहाल, इस हमले को किसने अंजाम दिया, इसकी जानकारी नहीं मिल पाई है।
इससे पहले भी हुआ था ड्रोन अटैक
इससे पहले 19 अक्टूबर को हिजबुल्लाह ने नेतन्याहू के घर पर ड्रोन अटैक किया था। उस हमले के दौरान इजराइल को केवल एक ड्रोन को मार गिराने के लिए 4 लड़ाकू विमान और एक मिसाइल का इस्तेमाल करना पड़ा था।
सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल
सिक्योरिटी एक्सपर्ट्स का मानना है कि इजराइल का सुरक्षा सिस्टम लंबी दूरी की मिसाइलों को रोकने में सक्षम है, लेकिन कम दूरी के रॉकेट और ड्रोन को पकड़ने में नाकाम साबित हो रहा है। नेतन्याहू के घर पर लगातार हो रहे हमलों ने इजराइल की सुरक्षा व्यवस्था की कमजोरी को उजागर किया है।
बढ़ती चुनौतियां
लगातार हो रहे हमलों से प्रधानमंत्री की सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ गई है। इजराइली सुरक्षा एजेंसियों पर अब दबाव है कि वे प्रधानमंत्री और महत्वपूर्ण स्थलों की सुरक्षा को और अधिक मजबूत करें।