AIN NEWS 1: संभल जिले में जामा मस्जिद के पास सोशल मीडिया पर जुमे की नमाज के दौरान ज्यादा से ज्यादा नमाजियों के जुटने की अपील करने वाली विवादित पोस्ट के बाद पुलिस प्रशासन की सतर्कता बढ़ा दी गई है। इसके बाद शहर में सुरक्षा इंतजाम कड़े कर दिए गए हैं और मस्जिद के आसपास भारी पुलिस बल तैनात किया गया है।
जामा मस्जिद में बढ़ी सुरक्षा
सोशल मीडिया पर बृहस्पतिवार को मोहल्ला बरेली सराय निवासी बिलाल द्वारा जामा मस्जिद में जुमे की नमाज में अधिक से अधिक लोगों के जुटने की अपील की गई थी। हालांकि, यह पोस्ट बाद में हटा दी गई, लेकिन इसके बावजूद पुलिस प्रशासन ने अपनी सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत कर दिया। जामा मस्जिद के आसपास पुलिस, पीएसी (पुलिस एसी) और आरआरएफ (रैपिड रिस्पांस फोर्स) की अतिरिक्त तैनाती की गई है। इसके साथ ही मस्जिद जाने वाले रास्तों को बांस-बल्लियों से बंद कर दिया गया है।
कोर्ट कमिश्नर का सर्वे और प्रशासन की तैयारी
मंगलवार शाम को न्यायालय के आदेश पर कोर्ट कमिश्नर ने जामा मस्जिद का सर्वे किया था, जिसके बाद से मस्जिद के आसपास सुरक्षा और बढ़ा दी गई। संभल और असमोली सर्किल के थानों की फोर्स को भी ड्यूटी पर लगाया गया है। इसके अलावा एक कंपनी पीएसी और एक कंपनी आरआरएफ की तैनाती की गई है।
शहर में ड्रोन निगरानी और कैमरों की मरम्मत
इस बार प्रशासन ने ड्रोन के माध्यम से निगरानी रखने का निर्णय लिया है। एसपी कृष्ण कुमार विश्नोई ने बताया कि यह एहतियाती कदम के रूप में किया जा रहा है और सोशल मीडिया पर भी पुलिस की नजर रखी जा रही है। साथ ही, शहर के प्रमुख स्थानों पर लगे कैमरों की मरम्मत भी की गई है। जामा मस्जिद के पास लगे कैमरों में तकनीकी समस्याएं थीं, जिन्हें बृहस्पतिवार को दुरुस्त किया गया। नगर पालिका के ईओ मणिभूषण तिवारी ने बताया कि जहां कैमरे खराब थे, उन्हें सही किया गया है, और जो बच गए थे, उन्हें भी जल्द ठीक कर लिया जाएगा।
सामाजिक शांति और सुरक्षा बनाए रखने के लिए कड़े कदम
जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन का उद्देश्य सामाजिक शांति और सुरक्षा बनाए रखना है। जुमे की नमाज के मद्देनजर सुरक्षा इंतजामों को बढ़ाकर संभल शहर में स्थिति को नियंत्रित किया जा रहा है। पुलिस ने भी नागरिकों से अपील की है कि वे सोशल मीडिया पर किसी भी प्रकार की अफवाहें फैलाने से बचें और शांति बनाए रखें।
निष्कर्ष
जामा मस्जिद के आसपास बढ़ाई गई सुरक्षा व्यवस्था और सोशल मीडिया पर निगरानी से प्रशासन यह सुनिश्चित करना चाहता है कि शुक्रवार को होने वाली जुमे की नमाज शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हो और किसी भी तरह का विवाद उत्पन्न न हो।