AIN NEWS 1: उत्तर प्रदेश के कासगंज जिले में समाजवादी पार्टी (सपा) के विधायक नसीम सोलंकी और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के एक नेता के बीच विवाद ने तूल पकड़ लिया है। भाजपा नेता द्वारा सपा विधायक को धमकाने का एक कथित ऑडियो वायरल हो रहा है, जिसमें मंदिर को अपवित्र करने का आरोप लगाया गया है।
क्या है मामला?
मामला कासगंज जिले के एक मंदिर से जुड़ा है, जहां कुछ धार्मिक आयोजन हुए थे। आरोप है कि सपा विधायक नसीम सोलंकी ने वहां पहुंचकर किसी कार्य में हस्तक्षेप किया, जिसे लेकर भाजपा नेता ने आपत्ति जताई। भाजपा नेता ने सोलंकी पर आरोप लगाया कि उनकी उपस्थिति और कार्य से मंदिर की पवित्रता प्रभावित हुई है।
ऑडियो वायरल
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे ऑडियो में भाजपा नेता सपा विधायक को धमकाते सुने जा सकते हैं। कथित तौर पर उन्होंने कहा कि सपा विधायक ने मंदिर को अपवित्र कर दिया है और इसके गंभीर परिणाम भुगतने होंगे। ऑडियो में तीखी भाषा का उपयोग किया गया है, जिससे विवाद और बढ़ गया है।
विधायक सोलंकी का पक्ष
विधायक नसीम सोलंकी ने इन आरोपों को पूरी तरह से खारिज कर दिया है। उनका कहना है कि वह केवल जनप्रतिनिधि के तौर पर वहां मौजूद थे और किसी भी धार्मिक स्थल की पवित्रता को ठेस पहुंचाने का सवाल ही नहीं उठता। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि यह भाजपा की साजिश है, ताकि उन्हें बदनाम किया जा सके।
भाजपा नेता की सफाई
दूसरी ओर, भाजपा नेता ने अपने बयानों पर सफाई देते हुए कहा कि उनका इरादा किसी को धमकाने का नहीं था। उन्होंने कहा कि वह केवल मंदिर की पवित्रता को लेकर चिंतित हैं और विधायक से इस पर बात कर रहे थे।
प्रशासन की प्रतिक्रिया
ऑडियो वायरल होने के बाद प्रशासन ने मामले की जांच शुरू कर दी है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि दोनों पक्षों से बातचीत की जा रही है और विवाद को सुलझाने का प्रयास किया जाएगा।
राजनीतिक संग्राम
यह मामला अब राजनीतिक रूप ले चुका है। सपा ने इसे भाजपा की “साम्प्रदायिक राजनीति” करार दिया है, जबकि भाजपा ने इसे धार्मिक भावनाओं के साथ खिलवाड़ बताया है।
निष्कर्ष
यह घटना न केवल राजनीतिक बल्कि सामुदायिक माहौल को भी प्रभावित कर सकती है। ऐसे में प्रशासन और दोनों दलों की जिम्मेदारी है कि मामले को शांतिपूर्ण ढंग से सुलझाएं।