AIN NEWS 1: असम में हाल ही में संपन्न हुए विधानसभा उपचुनावों में बीजेपी और एनडीए ने इतिहास रच दिया है। मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा के नेतृत्व में एनडीए ने राज्य की सभी पांच सीटों पर शानदार जीत दर्ज की। खास बात यह रही कि मुस्लिम बहुल सामुगुरी सीट पर पहली बार हिंदू विधायक ने जीत हासिल की है।
सामुगुरी सीट पर ऐतिहासिक जीत
सामुगुरी सीट, जो अब तक कांग्रेस का गढ़ मानी जाती थी और जहां मुस्लिम आबादी बहुमत में है, वहां बीजेपी उम्मीदवार ने जीत दर्ज कर इतिहास रच दिया। यह जीत न केवल सामुगुरी में बल्कि पूरे राज्य में बीजेपी की पकड़ को मजबूत करने वाली साबित हुई।
मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा का नेतृत्व
मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने इन चुनावों में एनडीए की जीत का श्रेय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नीतियों और विकासपरक एजेंडे को दिया। उन्होंने एक ट्वीट में कहा, “यह जीत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के सुशासन और विकासवाद की है। जनता ने हमें जो भरोसा दिया है, उसके लिए हम आभारी हैं।”
कांग्रेस के गढ़ में सेंध
असम में कांग्रेस के गढ़ माने जाने वाले इलाकों में भी एनडीए की जीत ने बड़ी सेंध लगाई है। यह परिणाम राज्य में कांग्रेस की कमजोर होती पकड़ और बीजेपी के बढ़ते प्रभाव को स्पष्ट करते हैं।
चुनावी परिणामों का संदेश
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यह जीत असम में एनडीए के लिए एक बड़ी सफलता है। यह जीत न केवल बीजेपी के विकास और सुशासन के वादे पर जनता के विश्वास को दिखाती है, बल्कि मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा की लोकप्रियता को भी उजागर करती है।
भविष्य की राह
एनडीए की यह जीत 2026 में होने वाले असम विधानसभा चुनावों के लिए एक सकारात्मक संकेत मानी जा रही है। बीजेपी ने अपनी जमीनी रणनीति और समर्पित कार्यकर्ताओं के जरिए यह सफलता हासिल की है।
इन चुनावों के नतीजे स्पष्ट रूप से बताते हैं कि असम में राजनीतिक समीकरण तेजी से बदल रहे हैं। एनडीए की जीत ने राज्य की राजनीति में एक नया अध्याय लिखा है।