AIN NEWS 1: वाराणसी, भगवान विश्वनाथ की पावन नगरी में स्थित डोमरी क्षेत्र के सतुआ बाबा गोशाला में श्रीशिवमहापुराण कथा का आयोजन हो रहा है। इस दिव्य आयोजन में मंगलवार को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सम्मिलित होकर श्रद्धालुओं को संबोधित किया। उन्होंने इस अवसर पर कहा कि इस प्रकार की पावन कथाएं राष्ट्रीय एकता को सशक्त बनाने और राष्ट्रधर्म को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं।
राष्ट्रीय एकता और अध्यात्म का संगम
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कथा के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि अध्यात्म और धर्म समाज को जोड़ने का कार्य करते हैं। उन्होंने कहा, “श्रीशिवमहापुराण जैसी पवित्र कथाओं के माध्यम से न केवल लोगों को अपने कर्तव्यों का बोध होता है, बल्कि इससे देश में एकता और सांस्कृतिक मूल्यों को भी बढ़ावा मिलता है।”
श्रद्धालुओं का उमड़ा जनसैलाब
इस आयोजन में बड़ी संख्या में श्रद्धालु शामिल हुए। सतुआ बाबा गोशाला परिसर भक्तों के उत्साह और श्रद्धा से गूंज उठा। आयोजन स्थल को भव्य रूप से सजाया गया था, और भक्तगण शिव महिमा का गुणगान करते नजर आए।
आयोजकों का अभिनंदन
मुख्यमंत्री ने कथा आयोजन से जुड़े सभी लोगों की सराहना करते हुए कहा कि ऐसे प्रयास समाज में सकारात्मक बदलाव लाते हैं। उन्होंने आयोजकों को साधुवाद देते हुए कहा कि उनके इस प्रयास से वाराणसी की पवित्र भूमि पर एक अद्भुत आध्यात्मिक वातावरण का निर्माण हुआ है।
शिवमहिमा का प्रसार
श्रीशिवमहापुराण कथा के जरिए भगवान शिव की लीलाओं और उपदेशों को जन-जन तक पहुंचाने का प्रयास किया जा रहा है। इस कार्यक्रम में धार्मिक प्रवचनों के साथ-साथ सांस्कृतिक प्रस्तुतियां भी हो रही हैं, जो सभी को प्रेरित कर रही हैं।
मुख्यमंत्री का संदेश
योगी आदित्यनाथ ने अपने संबोधन के अंत में सभी से अपील की कि वे धर्म और संस्कृति को संरक्षित करते हुए समाज में भाईचारा और एकता बनाए रखें। उन्होंने कहा, “हम सबका कर्तव्य है कि हम धर्म और राष्ट्रधर्म को सशक्त बनाने में अपना योगदान दें।”
इस आयोजन ने वाराणसी के आध्यात्मिक महत्व को और अधिक बढ़ा दिया है। श्रद्धालु और आयोजन से जुड़े लोग मुख्यमंत्री की उपस्थिति और उनके प्रेरक संदेश से अत्यधिक उत्साहित नजर आए।